India News (इंडिया न्यूज), World Year Ender 2024: साल 2024 को भारत, अमेरिका जैसे दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देशों समेत ब्रिटेन, रूस, दक्षिण अफ्रीका, पाकिस्तान जैसे कई देशों में आम चुनावों के लिए भी जाना जाएगा। जिसने दुनिया में विश्व व्यवस्था को बदलने का काम किया। आइए आपको बताते हैं कि दुनिया के किन प्रमुख देशों में चुनाव हुए और उसका नतीजा क्या रहा?
भारत, पाकिस्तान, अमेरिका में चुनाव
पाकिस्तान
8 फरवरी 2024 को पाकिस्तान में आम चुनाव हुए। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल) ने पाकिस्तान की 336 सदस्यीय विधानसभा में 75 सीटें जीतीं। वहीं, बिलावल भुट्टो की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) ने 54 सीटें जीतीं। जबकि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं मिली। स्थिति यह हो गई कि उनके समर्थकों को निर्दलीय के तौर पर चुनाव लड़ना पड़ा। उन्होंने 100 सीटें जीतीं। पीएमएल-एन गठबंधन ने दूसरी बार सरकार बनाई। नवाज शरीफ के भाई शाहबाज शरीफ दूसरी बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने।
अमेरिका
दुनिया के सबसे पुराने लोकतंत्र अमेरिका में 5 नवंबर को राष्ट्रपति चुनाव हुए। रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप दूसरी बार अमेरिका के राष्ट्रपति चुने गए। उन्होंने 2024 के राष्ट्रपति चुनाव में ऐतिहासिक जीत दर्ज की और अपनी प्रतिद्वंद्वी और डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार कमला हैरिस को सभी सात स्विंग राज्यों में भारी अंतर से हराया। अब वे 20 जनवरी को अमेरिका के नए 47वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ लेंगे।
भारत
दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र कहे जाने वाले भारत में अप्रैल से जून के बीच लोकसभा चुनाव हुए। इस चुनाव में पीएम मोदी की अगुवाई में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने जीत हासिल की। बहुमत के लिए जरूरी 272 सीटों के चलते NDA ने 303 सीटें जीतीं। अकेले बीजेपी ने 240 सीटें जीतीं। इस तरह नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री बने। देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के बाद मोदी लगातार तीसरी बार पीएम बनने वाले देश के दूसरे नेता बने। पीएम मोदी की इस जीत ने विश्व पटल पर उनके नेतृत्व के साथ-साथ भारत की ताकत को और मजबूत किया।
इन देशों में भी हुए चुनाव
बांग्लादेश
जनवरी 2024 में बांग्लादेश में हुए चुनावों में पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने बड़ी जीत हासिल की। उन्होंने 300 सीटों वाली विधानसभा में 222 सीटें जीतीं। जबकि स्वतंत्र नेताओं ने 66 सीटें जीतीं। वहीं, मुख्य विपक्षी दल खालिद जिया की पार्टी बीएनपी ने चुनावों का बहिष्कार किया। इस तरह शेख हसीना 5वीं बार बांग्लादेश की प्रधानमंत्री बनीं, लेकिन अगस्त 2024 में बांग्लादेश में छात्र आंदोलन ने उन्हें सत्ता से बेदखल कर दिया।
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रूस
यूक्रेन के साथ युद्ध के बीच व्लादिमीर पुतिन अप्रैल 2024 में 5वीं बार रूस के राष्ट्रपति चुने गए। वे 2024 से लगातार सत्ता में हैं। पुतिन अगले 6 साल के लिए रूस के राष्ट्रपति बने हैं। यानी वे 2030 तक रूस की सत्ता में रहेंगे। इस बार उन्हें 87 फीसदी से ज्यादा वोट मिले।
ब्रिटेन चुनाव
ब्रिटेन में 650 सीटों के लिए 4 जुलाई 2024 को हुए आम चुनाव में 14 साल बाद लेबर पार्टी का जादू चला। तत्कालीन प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की दक्षिणपंथी कंजरवेटिव पार्टी को भारी हार का सामना करना पड़ा। लेबर पार्टी ने करीब 410 सीटें जीतकर इतिहास रच दिया और कीर स्टारमर ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री बने।
दक्षिण अफ्रीका
यहां 29 मई 2024 को नेशनल असेंबली के चुनाव हुए। यहां सत्तारूढ़ अफ्रीकन नेशनल कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनी रही, लेकिन उसका समर्थन काफी कम हो गया। इसलिए पार्टी ने संसद में अपना बहुमत खो दिया।
जापान, फ्रांस और श्रीलंका भी शामिल
जापान
जापान में 27 अक्टूबर 2024 को आम चुनाव हुए। इसमें प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा की लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (LDP) को बहुमत नहीं मिला। सत्तारूढ़ गठबंधन ने 215 सीटें जीतीं, जो बहुमत से 18 सीटें पीछे थीं। वहीं, मुख्य विपक्षी कॉन्स्टिट्यूशनल डेमोक्रेटिक पार्टी को 148 सीटें मिलीं। पिछले चुनाव के मुकाबले इसमें 50 सीटों का नुकसान हुआ।
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फ्रांस
जुलाई 2024 में फ्रांस में भी आम चुनाव हुए। यहां 577 सीटों के लिए हुए चुनाव में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिल सका। वामपंथी न्यू पॉपुलर फ्रंट गठबंधन ने इस चुनाव में बड़ी सफलता हासिल की और 188 सीटें जीतीं। वहीं, राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के मध्यमार्गी गठबंधन को 161 सीटें ही मिल पाईं। जबकि दक्षिणपंथी नेशनल रैली 141 सीटों के साथ तीसरे स्थान पर रही। कोई भी पार्टी बहुमत के लिए 289 का आंकड़ा पार नहीं कर पाई।
श्रीलंका चुनाव
श्रीलंका में 21 सितंबर 2024 को राष्ट्रपति चुनाव हुए। इसमें वामपंथी नेता अनुरा कुमारा दिसानायके ने शानदार जीत हासिल की। उन्हें 50 फीसदी से ज्यादा वोट मिले। जबकि तत्कालीन राष्ट्रपति रानिल विक्रम सिंघे तीसरे स्थान पर रहे। जबकि विपक्षी नेता सजित प्रेमदासा दूसरे स्थान पर रहे। इसके बाद संसदीय चुनाव में भी राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके की पार्टी नेशनल पीपुल्स पावर (एनपीपी) ने 225 सदस्यीय संसद में 123 सीटें जीतकर बहुमत हासिल किया।
कैसे बदली विश्व व्यवस्था
भारत में लगातार तीसरी बार नरेंद्र मोदी की सत्ता में वापसी, रूस में लगातार पांचवीं बार राष्ट्रपति पुतिन की सत्ता में वापसी और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की राष्ट्रपति चुनाव में ऐतिहासिक जीत ने विश्व व्यवस्था को बदलने का काम किया। खास बात यह है कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन और अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बेहद करीबी दोस्तों में से हैं। वहीं, डोनाल्ड ट्रंप का पुतिन के प्रति रवैया बाइडेन से कहीं ज्यादा लचीला है। इसके चलते विश्व व्यवस्था भी बदलने लगी है।