इंडिया न्यूज़, नई दिल्ली: 

Yemen Prison Air Attack: यमन में तबाही का मंज़र रुकने का नाम नहीं ले रहा है। यमन के एक प्रांत सादा में वहां की जेल पर हुए हवाई हमले में मरने वाले लोगों की संख्या 82 तक पहुँच गयी है। यमन के एक सहायता समूह ने यह बताया कि इस हमले में अभी तक तो 80 से ज्यादा लोग मर चुके हैं,

लेकिन मरने वालों की संख्या अधिक भी हो सकती है, क्योंकि अभी भी राहत-बचाव का कार्य जारी है। उन्होंने स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार बताया कि सादा प्रांत में स्थित जेल पर सऊदी नेतृत्व वाले गठबंधन द्वारा जो हमला किया गया था, उसमें अभी तक 82 लोग मारे जा चुके हैं और 266 लोग बुरी तरह से घायल हैं।

अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को बनाया था निशाना (Yemen Prison Air Attack)

कुछ दिनों पहले ही हूती विद्रोहियों ने यूएई के एक मुख्य अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को अपना निशाना बनाया था। UAE की राजधानी अबू धाबी के मुख्य एयरपोर्ट पर सोमवार को आग लगाई गई और तीन ईंधन टैकरों में विस्फोट कर दिया गया था। जिसमें कुल तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गयी थी, जिसमें 2 भारतीय नागरिक भी थे। यमन के हूती विद्रोहियों ने अबू धाबी के मुख्य एयरपोर्ट पर किये गए इस हमले की पूरी जिम्मेदारी ली थी।

इसके बाद सऊदी अगुवाई वाले सैन्य गठबंधन की ओर से हूती विद्रोहियों द्वारा संचालित जेल पर हवाई हमले किए गए। जिसमें अभी तक 80 से ज्यादा लोगों के मरने की पुष्टि हो चुकी है और 266 से ज्यादा लोग बुरी तरह घायल हैं। यमन के सहायता समूह के कर्मचारियों के अनुसार यमन के सादा प्रान्त की जेल इस हमले में पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है।

2014 में शुरू हुआ था संघर्ष (Yemen Prison Air Attack)

यमन में यह संघर्ष 2014 में शुरू हुआ था, यमन के हूती विद्रोहियों ने वहां की राजधानी सना और उत्तरी यमन के अधिकांश हिस्से पर अपना कब्जा कर लिया था। जिसके बाद यमन की सरकार को दक्षिण की तरफ भागना पड़ा। इसके बाद अमेरिकी समर्थन प्राप्त सऊदी नेतृत्व वाले गठबंधन ने यमन के इस युद्ध में प्रवेश किया और

यह संघर्ष देखते ही देखते एक क्षेत्रीय युद्ध में तबदील हो गया। इस युद्ध में अभी तक हजारों की तादात में आम नागरिक और लड़ाके मारे जा चुके हैं। यमन के इस युद्ध ने दुनिया का सबसे दयनीय मानवीय संकट पैदा किया है और यमन में लाखों लोग भोजन और चिकित्सकीय देखभाल की समस्या से जूझ रहे हैं।

यमन में चल रहे युद्ध ने इस देश को अकाल की कगार पर पहुंचा दिया है। वहीं संयुक्त राष्ट्र ने यमन की स्थिति को दुनिया का सबसे खराब मानवीय संकट बताया है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने यमन में जारी हवाई हमलों के बारे में चिंता व्यक्त की, और संघर्ष के पक्षों से अधिकतम संयम बरतने का आह्वान किया है।

Yemen Prison Air Attack

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