इंडिया न्यूज:
आज के समय में वोटर कार्ड, पैन कार्ड और आधार कार्ड जैसे दस्तावेजों का होना जरूरी है। किंतु इनके अलावा कुछ ऐसे भी दस्तावेज हैं जिन्हें 18 वर्ष की आयु होने के बाद बनवा लेना चाहिए। तो चलिए जानते हैं कौन-कौन से दस्तावेज हैं।
जाति प्रमाण पत्र
अगर आप अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति या ओबीसी श्रेणी में आते हैं तो जाति प्रमाण पत्र अवश्य बनवा लें। यह विभिन्न सरकारी संस्थानों और योजनाओं का लाभ लेने में मदद करेगा। इसे बनवाने के बाद ही आप सरकारी योजनाओं जैसे सब्सिडी का लाभ आदि ले सकते हैं। छात्रवृत्ति और प्रतियोगी परीक्षाओं में आरक्षण प्राप्त किया जा सकता है। प्रमाण पत्र की मदद से नौकरी में भी आरक्षण मिलता है जो कि सबसे बड़ा फायदा है।
निवासी प्रमाण पत्र
किसी भी संस्थान में नौकरी पाने के लिए इस दस्तावेज का होना बहुत जरूरी है। कई नौकरियों की परीक्षा में नागरिकों को उनके राज्य के आधार पर नौकरी में आरक्षण दिया जाता है। अगर किसी प्रदेश में नौकरी के लिए पद हैं और उसमें उस राज्य के नागरिकों को अलग से कुछ प्रतिशत आरक्षण दिया जा रहा है, तब यह निवासी प्रमाण पत्र दस्तावेज आपकी बहुत सहायता करेगा। आप जिस जनपद के निवासी हैं, वहां की तहसील से यह प्रमाण पत्र बनवाया जा सकता है।
आय प्रमाण पत्र
अगर आप सामान्य श्रेणी के अंतर्गत आते हैं लेकिन वित्तीय रूप से कमजोर हैं और ईडब्ल्यूएस प्रमाणपत्र बनवाना चाहते हैं तो आपके पास आय प्रमाण पत्र होना बहुत आवश्यक है। ईडब्ल्यूएस कोटे के अलावा यह शैक्षणिक संस्थानों में छात्रवृत्ति प्राप्त करने में भी मदद करता है। जारी करने वाला प्राधिकरण ग्राम तहसीलदार, जिला मजिस्ट्रेट, कलेक्टर, राजस्व अंचल अधिकारी, उप-मंडल मजिस्ट्रेट या अन्य संबंधित जिला अधिकारी हो सकते हैं।
दिव्यांगता प्रमाण पत्र
अगर कोई शारीरिक रूप से दिव्यांग है या उनका कोई अंग ठीक से काम नहीं करता है तो यह प्रमाण पत्र अवश्य बनवाएं। इसके उपयोग से रेल के किराए में कुछ छूट मिलती है और राज्य परिवहन बस में किराया दिए बिना सफर कर सकते हैं। साथ ही शिक्षित दिव्यांग व्यक्तियों को बेरोजगारी भत्ता भी मिलता है। यह प्रमाण पत्र सरकारी नौकरी में आरक्षण की तरह काम करता है। अगर सरकार दिव्यांगों के लिए कोई योजना लाती है तो वहां भी यह बहुत सहायता करेगा।
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