India News (इंडिया न्यूज), Dhruv Rathi On Mahakumbh: प्रयागराज में चल रहा महाकुंभ इन दिनों पूरी दुनिया के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। महाकुम्भ का समापन होने के अब बस 4 ही दिन बाकि रह गए हैं। ये महाकुम्भ न सिर्फ भारत बल्कि दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में फेमस हो गया है। जगह-जगह से लोग संगम में पवित्र डुबकी लगाने के लिए यहां पहुंच रहे हैं। अब तक के आंकड़ों के मुताबिक, 59 करोड़ से भी ज्यादा श्रद्धालु पवित्र संगम में डुबकी लगा चुके हैं। हालांकि कुछ रिपोर्ट्स में ऐसा दावा किया गया है कि यहां जुटने वाली भीड़ और हर दिन करोड़ों लोगों के संगम में डुबकी लगाने से जल प्रदूषण बहुत बढ़ चुका है। साथ ही इसी दौरान यह भी खबर सामने आ रही है कि संगम के पानी में बैक्टीरिया पाया गया है जिससे लोगों को कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। अब इस पर फेमस यूट्यूबर ध्रुव राठी ने भी बोला है।
महाकुंभ के पानी ध्रुव राठी ने दिया बयान
वहीं, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) को सौंपी गई प्रयागराज महाकुंभ के तटों के जलस्तर की रिपोर्ट डराने वाली है। 9 से 21 जनवरी के बीच कुल 73 अलग-अलग जगहों से लिए गए सैंपल में पानी नहाने लायक भी नहीं पाया गया। विपक्षी दल इस मुद्दे पर पहले से ही केंद्र और राज्य सरकार पर निशाना साध रहे हैं। अब एक यूट्यूबर ने भी इसका विरोध किया है। ध्रुव राठी ने महाकुंभ के पानी को लेकर एक पोस्ट शेयर की मशहूर यूट्यूबर ध्रुव राठी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को चुनौती दी है।
वायरल वीडियो में दिख रहा गंदा पानी
उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया है। ध्रुव राठी ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि, ‘योगी आदित्यनाथ को एक सप्ताह तक रोजाना यह पानी पीकर इस रिपोर्ट का पर्दाफाश करना चाहिए।’ इसके बाद यूट्यूबर ने CPCB डाटा की एक रिपोर्ट भी शेयर की है। उत्तर प्रदेश के CM योगी ने संगम के पानी को पीने योग्य भी बताया था। ध्रुव राठी ने जो वीडियो शेयर किया है उसमें गंदा पानी दिख रहा है और लोग उसमें नहाते नजर आ रहे हैं।
सीपीसीबी की रिपोर्ट में क्या हुआ खुलासा?
महाकुंभ के गंदे पानी की रिपोर्ट ने कुछ ही देर में पूरे देश में हलचल मचा दी। लेकिन सीएम योगी आदित्यनाथ ने इसे खारिज करते हुए कहा कि वहां का पानी पीने योग्य है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने अपनी हालिया रिपोर्ट में पानी में बढ़ती गंदगी को लेकर चिंता जताई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि गंगा और यमुना का पानी फिलहाल नहाने लायक नहीं है। सीपीसीबी ने रिपोर्ट में कहा कि महाकुंभ में संगम समेत कई जगहों पर फीकल कोलीफॉर्म (खतरनाक बैक्टीरिया) बढ़ गए हैं। यहां अभी भी बड़ी संख्या में लोग रोजाना स्नान कर रहे हैं। इसलिए इससे प्रदूषण का स्तर बढ़ सकता है।