India News (इंडिया न्यूज), Shelflife of Sweets: कलाकंद, रसभरी और रसगुल्ला जिसे आप कई दिनों तक रखते हैं और फिर खाते हैं, वह एक दिन में ही एक्सपायर हो जाता है। अन्य खाद्य पदार्थों की तरह मिठाइयों की भी एक एक्सपायरी डेट होती है, जिसे यूज बाई डेट कहते हैं। दुकानदारों को मिठाइयों के साथ यूज बाई डेट की जानकारी लिखना अनिवार्य है, लेकिन वे इस तथ्य को छिपाते हैं। आजकल त्योहारी सीजन में दुकानों में क्विंटलों मिठाइयां बनकर तैयार हो जाती हैं और बाद में उन्हें फ्रिज में रखकर दिया जाता है। जैसे कि अभी दिवाली का त्योहार करीब आ रहा है, ऐसे में मिठाइयों की दुकानों पर आकर्षक रंग और सजावट दी जाती है, लेकिन इस बात की कोई जानकारी नहीं होती कि इन मिठाइयों को कितने दिनों तक खाया जा सकता है।

कितनी होती है शेल्फलाइफ?

एक जांच में पता चला कि चीनी और दूध से बने उत्पादों की शेल्फ लाइफ बहुत कम होती है। अधिकतम एक से चार दिन क्योंकि इनमें रंग और दूसरे पदार्थ भी मिलाए जाते हैं। ऐसे में मिठाइयों की यूज-बाय डेट की जानकारी देकर सीधे तौर पर हमारी सेहत से खिलवाड़ किया जा रहा है। खाद्य सुरक्षा विभाग अब दुकानों पर छापेमारी कर रहा है और यूज-बाय डेट न होने पर जोगिंद्रनगर में दो लोगों को नोटिस भी जारी किया गया है।

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कितने दिन रखी जा सकती हैं मिठाई?

  1. एक दिन में ख़त्म होने वाली मिठाइयाँ: कलाकंद, बटरस्कॉच, गुलाब कलाकंद, चॉकलेट कलाकंद।
  2. दो दिन में एक्सपायर होने वाली मिठाइयां: डेयरी उत्पाद और बंगाली मिठाइयां, रसगुल्ला, रस मलाई, रबड़ी, राजभोग, चमचम, मलाई रोल, बंगाली रबड़ी, हरिभोग।
  3. चार दिन में एक्सपायर होने वाली मिठाइयां: लड्डू, खोया मिठाई, मिल्ककेक, बर्फी, बूंदी लड्डू, नारियल लड्डू, मोतीचूर, मोदक, फ्रूट केक, घेवर, रेवड़ी, ड्राई फ्रूट।
  4. 7 दिन में एक्सपायर होने वाली मिठाइयां: घी और ड्राई फ्रूट वाली, काजू कतली, शकरापारा, गुड़ पारा, शाही लड्डू, मंगू बर्फी, आटा लड्डू, ड्राईफ्रूट गुझिया, मोती बूंदी लड्डू, काजू केसर बर्फी, काजू रोल, खजूर, बेसन बर्फी, बालूशाही, काजू अंजीर, अंजीर केक, काजू से बनी अन्य मिठाइयाँ।
  5. 30 दिन में एक्सपायर होने वाली मिठाइयां: आटा लड्डू, बेसन लड्डू, चना लड्डू, चना बर्फी, अंजीर खजूर बर्फी, सोहन हवाला, गजक, चिक्की।

सैंपल लेने के 15 दिन बाद आती है रिपोर्ट

खाद्य सुरक्षा विभाग त्योहारी सीजन में दुकानों से मिठाइयों के सैंपल लेता है, लेकिन इसकी रिपोर्ट 15 दिन बाद आती है। हालांकि विभाग की टीम मौके पर ही मिठाइयों को नष्ट भी कर देती है। अब तक 1000 क्विंटल मिठाइयां बाजार में ही नष्ट की जा चुकी हैं। मिठाइयों पर एक्सपायरी डेट भी होती है। इसे यूज ऑफ डेट कहते हैं। मिठाइयों पर यह लिखना अनिवार्य है। अगर मिठाई विक्रेता मिठाइयों पर यूज ऑफ डेट नहीं लिखेंगे तो उनका चालान किया जाएगा। एलडी ठाकुर, सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा विभाग।

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