India News (इंडिया न्यूज), How To Improve Children’s Handwriting बचपन एक ऐसा फ्रेज़ जिसमे खेलने कूदने के अलावा कुछ करने का मन ही नहीं करता और हो भी क्यों न बचपन दौर ही ऐसा हैं। लेकिन इसके बीच हम इस बात को भी नज़रअंदाज़ नहीं कर सकते हैं कि पढ़ना-लिखना भी उतना ही ज़रूरी हैं। अब पढाई से याद आता हैं बच्चे की हैंडराइटिंग जोकि अमूमन हर बच्चे की खराब ही होती हैं।
जब बच्चा लिखना शुरू करता हैं तो उसे पेन्सिल पकड़ने में थोड़ी परेशानी तो आती ही हैं, और उसकी उसी लेख को सुधारने के लिए अक्सर टीचर पेरेंट्स को ध्यान देने के लिए कहता हैं लेकिन वो सुधारे कैसे इस बात को कोई नहीं बताता। तो चलिए आज हम आपकी इस चिंता को भी दूर किए देते हैं। आज इस लेख के ज़रिये हम आपको बताएँगे कि कैसे इन मात्र 3 तरीको से आप अपने बच्चे की गंदी से गंदी हैंडराइटिंग भी सुधर सकेंगे…..
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आखिर कैसे सुधारें बच्चे की लिखावट?
पेंसिल पर बनवाये कम प्रेशर:
जब भी बच्चा लिखना शुरू करता हैं तो उसकी छोटी-छोटी उंगलियों को अक्सर पेंसिल पकड़ने में मुश्किल होती है जिसकी वजह से उसे ठीक से पकड़ने के लिए बच्चा उसपर थोड़ा ज़्यादा ही जोर डालता हैं जिससे हैंडराइटिंग गाढ़ी होने लगती हैं तो ध्यान रखे की बच्चा पेंसिल पर थोड़ा कम प्रेशर डाले।
धीरे-धीरे ही लिखवाये:
बच्चो के दिमाग में अक्सर खेल को लेकर जल्दबाज़ी रहती हैं जिसकी वजह से वह पढाई में जल्दबाज़ी करते हैं इसके लिए ज़रूरी हैं कि आप उनपर ध्यान देकर उन्हें आराम आराम से लिखने के लिए ज़ोर दें और सिखाये।
गलती को टार्गेट करना:
बच्चे को दिन में 10 या 20 पन्ने लिखवाने भर से हैंडराइटिंग नहीं सुधरेगी बल्कि ज़रूरी हैं कि आप बच्चे के उन शब्दों पर ज़्यादा ध्यान दे जिसमे वह अक्सर ज़्यादा गलती करता हैं। इससे उसके उन शब्दों की लिखावट में सुधार आएगा और वह अच्छे से लिखना शुरू कर देगा।