India News (इंडिया न्यूज़),Kanji Rice Recipe: गर्मी के मौसम में अक्सर लोगों की आंत की सेहत खराब हो जाती है। तापमान बढ़ने से सिर्फ पाचन ही नहीं बल्कि पाचन तंत्र और पेट की सेहत भी खराब हो जाती है। गर्मियों में शरीर का तापमान बढ़ने से पाचन तंत्र धीमा हो जाता है और पाचन से जुड़ी कई समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में सिर्फ आपकी डाइट ही आपको स्वस्थ रख सकती है।
अगर आप अपनी डाइट में प्रोबायोटिक्स से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करते हैं तो आपकी आंत की सेहत अच्छी रहती है। आपको बता दें, प्रोबायोटिक्स शरीर में मौजूद अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाते हैं और पाचन और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर बनाने में भी मदद करते हैं। पाचन को बेहतर बनाने के लिए आप सुबह या शाम के नाश्ते में कांजी राइस का इस्तेमाल कर सकते हैं। कांजी राइस रेसिपी इन हिंदी बनाना बेहद आसान है और यह प्रोबायोटिक्स से भरपूर है। तो चलिए जानते हैं कांजी राइस कैसे बनाते हैं?
कांजी राइस बनाने की सामग्री
एक कप चावल, आधा कप दही, एक प्याज, एक हरी मिर्च, स्वादानुसार नमक, जीरा, एक चम्मच तेल और एक गिलास पानी
कांजी चावल बनाने की विधि
पहला चरण: कांजी चावल बनाने के लिए रात को एक गिलास पानी में एक कप पके हुए चावल भिगो दें। चावल को कम से कम 10 से 12 घंटे के लिए भिगो दें।
दूसरा चरण: सुबह इस चावल को मिक्स करके जार में डालें और अच्छे से पीसकर एक बड़े बर्तन में निकाल लें। अब इस मिश्रण में आधा कप दही, एक बारीक कटा प्याज, एक हरी मिर्च और स्वादानुसार नमक डालें।
तीसरा चरण: अब एक चम्मच तेल में जीरा और करी पत्ता डालकर तड़का लगाएँ। और इसे चावल की कांजी में मिला दें। आपका कांजी चावल बनकर तैयार है। इसे गरमागरम खाएँ।
कांजी चावल खाने के फायदे:
कांजी चावल में प्रोबायोटिक्स भरपूर मात्रा में होते हैं जो शरीर में अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाते हैं। यह शरीर में निरंतर ऊर्जा प्रदान करता है। कांजी में मौजूद प्रोबायोटिक्स पाचन और पोषक तत्वों के अवशोषण को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं। कांजी एक प्राकृतिक डिटॉक्सिफायर है जो पाचन तंत्र को साफ करने और विषाक्त पदार्थों को निकालने में मदद करता है। कांजी में मौजूद प्रोबायोटिक्स और पोषक तत्व प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में मदद कर सकते हैं। प्रोबायोटिक्स शरीर में सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं, जो समग्र स्वास्थ्य में योगदान दे सकता है।