India News (इंडिया न्यूज), Rajni Motani Honored:बहुमुखी प्रतिभा की धनी रजनी मोटानी(Rajni Motani) को ‘भारत की शान’ पुरस्कार से नवाजा गया है। रजनी के आदरणीय और नम्र व्यक्तित्व के लोग कायल रह चुके हैं,इनके दयालु स्वभाव के वजह से लोग इनकी इज़्ज़त करते हैं,इनके जीवन का लक्ष्य है- माता-पिता और बच्चों के बीच मधुर संबंध होना,समाज का विकास तथा बच्चों को सही राह दिखाना।आपको बता दे रजनी मोटानी खुद को आत्म यात्रा की खोज की राही मानती हैं।

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रजनी मोटानी ब्यूटी कांटेस्ट की भी रही हिस्सा

रजनी मोटानी(Rajni Motani) ने मिसेज यूनिवर्स प्रतियोगिता और मिसेज इंडिया जैसे प्रतियोगिताओं में भाग लिया और साथ ही साथ मिसेज नॉर्थ इंडिया क्लासिक क्वीन का खिताब भी अपने नाम किया है। इन उपलब्धियों के बाद भी वो देश और समाज के लिए कुछ करना चाहती थी।इनको लगा सबसे बेहतर है बच्चों के सर्वांगीण पर विकास पर जोर देना होगा क्योकि बच्चे हमारे के भविष्य होते हैं, इससे उन्नत समाज का निर्माण होगा। बच्चों की मानसिक स्थिति और स्वभाव पर अध्ययन करने के दौरान इन्होंने ये जाना कि आज के दौर में माता-पिता और बच्चों के बीच दूरिया बढ़ती जा रही है। रजनी इस दूरियों को दूर करने के लिए अपने कदम को आगे बढ़ाया।

परिवार में लगाव , बच्चों के सर्वांगीण विकास, माता-पिता और बच्चों में अच्छे संबंध के लिए इन्होंने काफी ध्यान दिया, बच्चों के लिए इन्होंने कुछ कविताएं भी लिखीं । रजनी(Rajni Motani) ने बच्चों को अपने माता-पिता के अटूट प्यार के बारे में भी समझाया और उसे पहचाने की बात की। रजनी को लगता है की आजकल के माता-पिता खुद में खोए रहते हैं और बच्चों को समय तक देने में असमर्थ होते जा रहे है।

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इनकी एक कविता है-

जब बच्चे आंखें चुराने लगे/बातों को तुमसे छुपाने लगे/गले लगने के बजाय दूर जाने लगे/सहमा सा चेहरा कुछ बताने लगे/जब बच्चे आंखें चुराने लगे/समझ जाओ /पास बुलाओ
साथ होने का एहसास दिलाओ/फिर बताओ और समझाओ/हम माता-पिता भी कभी बच्चे थे/उम्र के कच्चे थे/ना समझ थी ना ही समझदारी/प्यार की थी इक बगिया हमारी/
आओ सारी बात बताओ/कुछ ना छुपाओ

हमारे समाज में शुरू से ऐसा होता आया है कि परीक्षा में कम अंक लाने पर बच्चों को डॉट और ताने पड़ते हैं और दूसरे बच्चों से उनकी तुलना की जाती है, इसलिए बच्चों के दिमाग पर दबाव पड़ता है, इसको लेकर भी रजनी दवारा एक कविता लोकप्रिय है-

”बच्चे हैं अभिमान तुम्हारा /ना करो उनका अपमान/करके तुलना, होगा नुकसान/फर्स्ट आने का, ना बनाओ”

वक्ता भी है रजनी मोटानी

रजनी मोटानी(Rajni Motani) को एक कुशल वक्ता के नाम से भी जाना जाता हैं, रजनी का मानना है कि बच्चों को फ़ोन से दूर रखना चाहिए, जो माता पिता अपने बच्चों को फ़ोन दे देते है वो गलत है ।रजनी मोटानी(Rajni Motani) का मानना है कि बच्चों को माता-पिता समय दें और उनके पूरी दिनचर्या पर ध्यान दे, डांटने के बजाए प्यार से उनसे पूछें। बच्चों के स्कूल से लेकर उनके दोस्तों के बारे में तक सब कुछ जानने की कोशिश करे। इसके कारण बच्चों की सोच बदलेगी,वो आपको सब कुछ खुल कर नाता पायेंगे तथा बच्चों का विकास होगा और एक उन्नत समाज और देश का निर्माण भी होगा।