India News (इंडिया न्यूज़), Mushroom Veg Or Nonveg: मशरूम को लेकर अक्सर यह सवाल उठता है कि यह शाकाहारी है या मांसाहारी। ज्यादातर लोग इसे शाकाहारी मानकर अपने भोजन में शामिल करते हैं, लेकिन तकनीकी और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से मशरूम का वर्गीकरण शाकाहारी या मांसाहारी भोजन के तहत नहीं किया जा सकता।
मशरूम का वर्गीकरण
1. फंगी का प्रकार:
मशरूम एक प्रकार का फंगी (Fungi) है। फंगी का संबंध न तो पौधों से है और न ही जानवरों से। यह एक अलग जैविक वर्ग में आता है।
मशरूम की संरचना पौधों से अलग होती है, क्योंकि इसमें क्लोरोफिल नहीं होता।
फंगी जीवित सूक्ष्मजीव होते हैं, जिनमें अमीबा, प्रोटोजोआ, और वायरस भी शामिल हैं।
2. फोटोसिंथेसिस का अभाव:
पौधों में सूर्य की रोशनी से भोजन बनाने की क्षमता होती है, लेकिन मशरूम में ऐसा नहीं होता। यह मृत और सड़े-गले पदार्थों से पोषण प्राप्त करता है।
3. शाकाहारी या मांसाहारी नहीं:
मशरूम न तो शाकाहारी है और न ही मांसाहारी।
इसे एक अलग वर्ग के रूप में देखा जाना चाहिए।
मशरूम और पोषण
मशरूम को “शाकाहारी मांस” के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि इसमें उच्च मात्रा में प्रोटीन, विटामिन बी, डी, और अन्य खनिज पाए जाते हैं।
पोषण के लाभ:
यह शाकाहारी विकल्प के रूप में लोकप्रिय है, खासकर उन लोगों के लिए जो पौधे आधारित प्रोटीन की तलाश में हैं।
मशरूम में अमीनो एसिड और एंटीऑक्सीडेंट्स भी होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हैं।
क्या मशरूम शाकाहारी के लिए उपयुक्त है?
धार्मिक और सामाजिक मान्यता:
भारत में कई धर्म और परंपराएं भोजन के प्रकार को लेकर संवेदनशील हैं।
मशरूम को शाकाहारी भोजन के विकल्प के रूप में स्वीकार किया गया है, क्योंकि यह मांसाहारी भोजन की श्रेणी में नहीं आता।
वैज्ञानिक दृष्टिकोण:
मशरूम का जैविक वर्गीकरण इसे शाकाहारी या मांसाहारी नहीं बनाता, लेकिन इसका सेवन मुख्य रूप से शाकाहारी लोग करते हैं।
मशरूम वास्तव में एक फंगी है, जिसे न तो शाकाहारी और न ही मांसाहारी कहा जा सकता है। हालांकि, इसकी पोषण संरचना और व्यावहारिक उपयोग के कारण इसे शाकाहारी भोजन का हिस्सा माना जाता है। यह एक पौष्टिक और बहुमुखी भोजन है, जो शाकाहारी और मांसाहारी दोनों प्रकार के आहार में शामिल किया जा सकता है।