इंडिया न्यूज, नई दिल्ली :
ABG Shipyard Case : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को बताया कि एबीजी शिपयार्ड घोटाला केस में कार्रवाई शुरू कर दी गई है। हमारी एनडीए सरकार ने बहुत कम समय में एबीजी शिपयार्ड धोखाधड़ी केस का पता लगाकर कार्रवाई की है। ABG Shipyard Case
हमारी सरकार बनने के पहले बन चुका था एनपीए (ABG Shipyard Case)
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने विपक्षी पार्टी कांग्रेस को जवाब देते हुए कहा कि 2014 में हमारी सरकार बनने से पहले एबीजी शिपयार्ड को लोन अकाउंट एनपीए बन चुका था। इसलिए विपक्ष ये मामला उठाकर अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मार रहा है।
मोदी के कार्यकाल में 5,35,000 करोड़ रुपये हो चुके हैं घोटाले
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने केंद्र सरकार को इस मामले में घेरते हुए एक ट्वीट किया था। जिसमें उन्होंने बताया कि मोदी के शासन काल में अब तक 5,35,000 करोड़ रुपये के बैंक घोटाले हो चुके हैं। 75 सालों में भारत की जनता के पैसे से ऐसी धांधली कभी नहीं हुई। लूट और धोखे के ये दिन सिर्फ मोदी मित्रों के लिए अच्छे दिन हैं।
2013 में ही नॉन परफार्मिंग अकाउंट हुआ था घोषित (ABG Shipyard Case)
वित्त मंत्री ने कहा कि एबीजी शिपयार्ड का अकाउंट नवंबर, 2013 में ही नॉन परफार्मिंग अकाउंट घोषित हुआ था और फ्राड सामने आने के बाद कार्रवाही की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस बैंक के धोखाधड़ी का पता लगाया और सामान्य समय से अधिक 52-54 महीनों का निर्धारण किया। उन्होंने आगे कहा कि प्रक्रिया 2014 से चल रही है।
धोखाधड़ी का निर्धारण करने में लगभग 52-54 महीने लगते हैं समय (ABG Shipyard Case)
सामान्य तौर पर किसी भी खाते के लिए, धोखाधड़ी का निर्धारण करने में लगभग 52-54 महीने लगते हैं। मुझे बैंकों के क्रेडिट से कहना चाहिए, उन्होंने धोखाधड़ी का पता लगाने में बहुत कम समय लिया है। एक फोरेंसिक आॅडिट किया गया था। सभी साक्ष्य एकत्र किए गए और केंद्रीय जांच ब्यूरो को दिए गए। इस बीच समानांतर में एक एनसीएलटी प्रक्रिया भी चल रही है।
आरबीआई के गवर्नर के साथ वित्त मंत्री ने मीडिया ब्रीफिंग को किया संबोधित
वित्त मंत्री नई दिल्ली में आरबीआई की बोर्ड बैठक के बाद भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास के साथ मीडिया ब्रीफिंग को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि एबीजी शिपयार्ड द्वारा कथित तौर पर 22,842 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी भारतीय बैंकिंग प्रणाली में अब तक की सबसे बड़ी धोखाधड़ी है। लीड बैंकर आईसीआईसीआई बैंक और आईडीबीआई बैंक थे लेकिन शिकायत सबसे पहले भारतीय स्टेट बैंक ने 2019 में सीबीआई को दर्ज कराई थी।
एबीजी के तत्कालीन अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक के खिलाफ मामला दर्ज
सीबीआई ने देश के सबसे बड़ी बैंक फ्राड के मामले में एबीजी शिपयार्ड लिमिटेड और उसके तत्कालीन अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक ऋषि कमलेश अग्रवाल सहित अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। ABG Shipyard Case
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