इंडिया न्यूज़ (Maharashtra Politics): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार यानी आज मुंबई की यात्रा पर हैं। पीएम मोदी की यह यात्रा मुंबई के विकास पर जोर देने की भाजपा की रणनीति का हिस्सा होगी। साथ ही पीएम मोदी की इस यात्रा से पार्टी बताने की कोशिश करेगी कि देश के विकास में मुंबई की क्या भूमिका है। इसके साथ ही पार्टी महा विकास अघाड़ी (MVA) के आरोपों का भी जवाब देना चाहती है, जिसमें कहा गया है कि भाजपा मुंबई विरोधी है।

भारतीय जनता पार्टी की सबसे बड़ी चिंता है कि कहीं शिवसेना पार्टी के टूटने से उद्धव ठाकरे को फायदा न हो। शिवसेना पार्टी के विभाजन के बाद से शिवसेना (उद्धव बाला साहेब ठाकरे ) के पक्ष में काम किया है। एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले गुट ने भाजपा के साथ सरकार बनाने में कामयाबी हासिल की, लेकिन भाजपा को यकीन नहीं है कि मुंबई के निवासी आगामी बीएमसी चुनावों में कैसे मतदान करेंगे। भाजपा को इस बात का डर है कहीं इसका फायदा उद्धव गुट की शिवसेना को न हो जाए।

भाजपा को मुंबई विरोधी साबित करना चाहती है MVA

महाराष्ट्र के भाजपा नेता ने कहा कि पिछले 6 महीने में विकास के एजेंडे पर राजनीति भारी पड़ गई है। शिंदे-फडणवीस सरकार के भीतर की आंतरिक कलह ने सत्ता की लड़ाई को सार्वजनिक कर दिया था। कैबिनेट के लिए अड़े रहने वाले विधायक शिंदे गुट से नाराज हैं। एमवीए ने भाजपा को मुंबई विरोधी, मराठी-विरोधी के रूप में पेश करने के लिए मराठी अस्मिता का आह्वान किया है। भाजपा एमवीए के इन आरोपों का जवाब देना चाहती है।

विकास के एजेंडे पर राजनीति भारी

भाजपा नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री की रैली शिंदे-फडणवीस सरकार को एजेंडे में मुख्य मुद्दे के रूप में विकास को वापस लाने में मदद करेगी। कई भावनात्मक मुद्दों ने शिंदे-फडणवीस सरकार को बैकफुट पर ला दिया है। पार्टी के एक नेता ने कहा कि पीएम मोदी की उपस्थिति में भाजपा और उसके गठबंधन सहयोगी बालासाहेबंची शिवसेना मुंबई के विकास को आगे ले जाने की अपनी प्रतिज्ञा को दृढ़ करेंगे।