केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला से मिले पशुपालन मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली/चंडीगढ़:
प्रदेश सरकार ने राज्य में डेयरी क्षेत्र को और बढ़ावा देने के लिए भैंसों के अनुसंधान और नस्ल सुधार के लिए उत्कृष्टता केंद्र स्थापित करने के लिए एक विशेष वित्तीय पैकेज की मांग की है। यह मांग पंजाब के पशुपालन मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा ने कृषि भवन में केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला के साथ बैठक के दौरान उठाई। बाजवा ने केंद्रीय मंत्री को बताया कि पंजाब की पर्यावरण और भौगोलिक परिस्थितियां अन्य दुधारू पशुओं की तुलना में भैंसों के लिए अधिक उपयुक्त और अनुकूलनीय हैं। तृप्त बाजवा ने आरजीएम (राष्ट्रीय गोकुल मिशन) के तहत पंजाब राज्य के लिए स्वदेशी गोजातीय नस्लों के विकास और संरक्षण, गोजातीय आबादी के आनुवंशिक उन्नयन और दूध उत्पादन में वृद्धि और बोवाइन की उत्पादकता के लिए 100% सब्सिडी की मांग रखी। बाजवा ने पशु चिकित्सालय एवं औषधालय की स्थापना (ईएसवीएचडी-एमवीयू) योजना के तहत केंद्र सरकार से शत-प्रतिशत फंडिंग की मांग की, ताकि पशुपालकों को घर-घर जाकर आपातकालीन सेवाएं मुहैया कराने के लिए पंजाब के लिए 70 मोबाइल पशु चिकित्सा इकाइयां खरीदी जा सकें। उन्होंने पटियाला जिले में विभाग के 100 एकड़ कुल्लेमाजरा फार्म में ए-ग्रेड वीर्य स्टेशन स्थापित करने के लिए भारत सरकार की योजना के तहत धनराशि आवंटित करने की तत्काल आवश्यकता को सामने रखा। रूपाला ने बाजवा द्वारा रखे गए अधिकांश प्रस्तावों पर सहमति दे दी है। केंद्रीय मंत्री ने संबंधित अधिकारियों को अन्य लंबित मुद्दों को जल्द से जल्द हल करने का भी निर्देश दिया। इस अवसर पर अतिरिक्त मुख्य सचिव पशुपालन वीके जंजुआ, एमडी मिल्कफेड कमलदीप सिंह संघ, निदेशक पशुपालन डॉ. एचएस काहलों, निदेशक डेयरी श्री बाजवा के साथ करनैल सिंह मौजूद थे।