इस दिन भी खुफिया एजेंसियों ने ऐसे हिंसक प्रदर्शन की आशंका जताई है । आज के प्रदर्शन के बाद उपजे हालात पर पहली प्राथमिकता तय की गई कि देशभर में प्रभावित ट्रेनों को समय पर चलाया जाए। इसके बाद ये भी फैसला लिया गया कि रेलवे संपत्ति की पूरी तरीके से सुरक्षा हो और रेलवे टाइम टेबल सुचारु रूप से चले। हर चार घंटे में रेल मंत्रालय, गृह मंत्रालय और संबंधित सुरक्षा एजेंसियों की बनी संयुक्त टीम हालात की समीक्षा कर रही है। 4 राज्य और 15 जिले आज की हिंसा से सर्वधिक प्रभावित हुए हैं जिसमें बिहार के 5 जिलों में सबसे ज्यादा असर पड़ा है।