इंडिया न्यूज, नई दिल्ली :
जब आप व्यवस्थित होते हैं तब आपको पता होता है कि आपके पास क्या है, क्या नहीं। किस चीज को किस काम में लाया जा सकता है इसका भी आइडिया आपको होता है। इस तरह आप घर में बेवजह की चीजें नहीं लाते। व्यवस्थित होने के लिए चीजों को प्रकार के अनुसार रखना शुरू करें, बजाय लोकेशन के। उदाहरण के लिए अगर आपको घर में राइटिंग पैड रखना है तो घर के हर कमरे में राइटिंग पैड रखने के बजाय उस एक जगह राइटिंग पैड रखें, जहां आपको सबसे ज्यादा जरूरत हो।

सही जीवनसाथी चुनें

जी हां, अगर आपका हमराही यानी की जीवनसाथी सही है तो यानी की आपको समझता हो और जिसे आप समझते हों तो आपके लिए जिंदगी चलाना सही हो जाएगा। सही जीवनसाथी को भले ही ढूंढने में थोड़ा वक्त ही क्यों ना लगे लेकिन अच्छा जीवनसाथी बहुत ही जरूरी है। ये जितना आसान प्रतीत होता है उतना आसान नहीं है लेकिन आप इसे अपने करियर की तरह लें क्योंकि ये भी उतना ही जरूरी है। इस पर आपके द्वारा की जाने वाली मेहनत निश्चित रूप से आपकी जिंदगी भर काम आएगी।

बेवजह की चीजों से छुटकारा पाएं

चाहे आपकी वॉर्डरोब हो, या घर में सजाए गए डेकोरेटिव पीसेज या किचन के सामान। आप यह पता लगाएं कि उनमें से कितनी सारी चीजें सही मायने में उपयोगी हैं। आप पाएंगे कि हम ज्यादातर बेवजह की चीजों से अपना घर भरकर रखते हैं। हर कमरे की इस तरह पड़ताल करें और थोड़ा दिल कड़ा करके बेवजह की चीजों से छुटकारा पाएं। जो चीजें अच्छी कंडिशन में हों, पर आपके लिए उपयोगी न हों, उन्हें बेच दें या किसी को दान कर दें। वैसे घर में बेवजह की चीजों से छुटकारा पाने का एक सदाबहार तरीका है, घर में स्टोरेज स्पेस को कम कर देना।

चीजों का एक से अधिक इस्तेमाल सीखें

यह नियम अपनी वॉर्डरोब के संदर्भ में अपनाकर देखें। आप पाएंगे कि वॉर्डरोब में जितने कपड़े भरे हुए हैं, उनमें से आधे से भी कम का असल में आप इस्तेमाल करते हैं। तो नियम साफ है बेसिक और क्लासिक चीजों को ही वॉर्डरोब में जगह दें। चीजों को मिक्स ऐंड मैच करके अपने नए लुक्स क्रिएट करें। इससे आप बिना नई ड्रेसेस खरीदे फैशनेबल और स्टाइलिश दिखेंगे।

खुद निर्णय लेना सीखें

जब भी जीवन में कभी भी कोई निर्णय लेने की बात आए तो उसे दूसरों पर डालने के बजाय खुद करने की सोचें। अपना समय अपना स्थान और अपनी सुविधा का उल्लेख कर देने से बहुत बार ऐसा होता है कि आपकी बात मान ली जाती है और खामखां होने वाली असुविधा से बच जाते हैं। इसलिए खुद से फैसले लेने पर विचार करें।

खरीददारी, समझदारी से करें

अगर आपको नई चीजें खरीदनी ही हैं तो हमेशा क्वॉन्टिटी के बजाय क्वॉलिटी को वरीयता दें। चाहे अपने अपने लिए पैंट्स खरीद रहे हों या किचन के लिए कोई सामान, उन चीजों को प्रायॉरिटी दें, जो लंबे समय तक चल सकने योग्य हों। समझदारी इसी में है कि कोई भी सामान खरीदने जाने से पहले उस बारे में थोड़ी जांच-पड़ताल कर लें।