India News (इंडिया न्यूज), Janjgir-Champa Vidhan Sabha Seat: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में महज कुछ दिन बचा है। ऐसे में सारी पार्टियां जीत के लिए जोड़ लगा रही है। ऐसे में हमें हमारे विधानसभा के राजनीतिक इतिहास का पता होना बेहद जरूरी है। इसी क्रम में आज हम जांजगीर-चम्पा विधानसभा सीट के इतिहास के बारे में बात करेंगे। यह सीट प्रदेश की प्रमुख सीटों में से एक है।

  • प्रदेश की प्रमुख सीटों में से एक
  • कांग्रेस की ओर से नया चेहरा

2018 चुनाव का नतीजा

पिछले विधानसभा चुनाव में (2018) जांजगीर-चम्पा विधानसभा सीट से भाजपा और कांग्रेस के बीच रोमांचक मुकाबला देखने को मिला था। वोटिंग के आखिरी चरण तक दोनों पार्टियां एक-दूसरे पर भारी पड़ते दिख रहे थें। जिसके बाद आखिरकार नतीजा भाजपा के पक्ष में देखने को मिला था। इस चुनाव में कांग्रेस ने मोतीलाल देवांगन को टिकट दिया था। वहीं भाजपा की ओर से नारायण चंदेल मैदान में डटे थें। नारायण चंदेल ने 54 हजार वोट हासिल किया था। वहीं मोतीलाल देवांगन लगभग 50 हजार पर सिमट गए थें। बता दें इस बार कांग्रेस ने इस सीट से नए चेहरे को मौका दिया है। इस बार कांग्रेस की ओर से व्यास कश्यप को मैदान में उतारा गया है। वहीं भाजपा की ओर से नारायण चंदेल लड़ेगे।

किसको मिली कितनी जीत

वहीं अगर 2013 के चुनाव के नतीजे की बात करें तो कांग्रेस के मोतीलाल देवांगन को 54291 वोट, भाजपा के नारायण चंदेल को 43914 वोट और BSP के अमर सिंह राठौर को 27487 वोट मिले थें। वहीं 2008 के चुनाव में भाजपा के नारायण चंदेल को 41954 वोट, कांग्रेस के मोतीलाल देवांगन को 40784 वोट मिले थें। वहीं 2003 के नतीजे की बात करें तो कांग्रेस के मोतीलाल देवांगन को 52075 वोट और BJP के नारायण चंदेल को 44365 वोट मिला था। बता दें भाजपा नेता नारायण चंदेल का नाम पिछड़े वर्ग के प्रमुख नेताओं में शामिल है। इन्होंने इस सीट से साल 2008 और 2018 विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की है। बता दें कि छत्तीसगढ़ में 7 और 17 नवंबर को चुनाव होना है। जिसके नतीजे 3 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे।

Also Read: