India News (इंडिया न्यूज),Jhalrapatan Vidhan Sabha Seat: झालावाड़ की झालरापाटन विधानसभा सीट पर इस बार राजस्थान ही नहीं दिल्ली की भी निगाहें टिकी हुई हैं। राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की कद्दावर नेता वसुंधरा राजे को एक बार फिर झालरापाटन सीट से ही चुनाव मैदान में उतारा गया है।

वहीं, कांग्रेस ने उनके खिलाफ मारवाड़ के दिग्गज नेता मानवेंद्र सिंह को चुनाव मैदान में है। मानवेंद्र और वसुंधरा राजे के आमने-सामने होने की वजह से झालरापाटन प्रदेश की सबसे हॉट सीट बन गई है। वसुंधरा राजे 2003 से इस सीट लगातार विधायक हैं। हालांकि अब देखना यह है कि कांग्रेस के लिए इस किले को ढ़ाहना कितना जटिल हो सकता है?

इस सीट पर वसुंधरा राजे का कब्जा रहा

जानकारी के अनुसार, झालरापाटन विधानसभा सीट राजस्थान के झालावाड़ जिले के अंतर्गत आती है। झालरापाटन को भाजपा का अभेद्य किला माना जाता है। 2003 से ही इस सीट पर वसुंधरा राजे का कब्जा रहा है। वह लगातार चार बार से यहां से जीतती आ रही हैं। अगर 2018 के विधानसभा चुनाव के नतीजों पर नजर डालें तो भाजपा उम्मीदवार वसुंधरा राजे को 1,16,484 वोट प्राप्त कर 34,980 वोटों के अंतर से शानदार जीत हासिल की थी, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी रहे कांग्रेस प्रत्याशी मानवेंद्र सिंह 81,504 वोटों से ही संतोष करना पड़ा था।

यह भी पढ़ेंः- MP Assembly Election: एमपी चुनाव की तैयारी पूरी!, क्यों इन तीन…

बता दें कि शुक्रवार को दिल्ली में पीएम नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बीजेपी सीईसी की बैठक में राजस्थान चुनाव के लिए 84 उम्मीदवारों के नाम फाइनल किए गए थे। इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत सीईसी सदस्य और राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे शामिल हुई थीं।

कांग्रेस और भाजपा के बीच जोरदार मुकाबला

गौरतलब है कि राजस्थान में मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच होता रहा है। इस प्रदेश में कुछ क्षेत्रीय पार्टियां भी हैं जो चुनिंदा क्षेत्रों में अपना प्रभाव रखती हैं। इस बार प्रदेश में अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (आप) भी चुनाव मैदान में उतरने का ऐलान कर चुकी है। भाजपा ने 1 अक्टूबर को राजस्थान की 41 सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की थी।

दरअसल, राजस्थान विधानसभा की 200 सीटों के लिए 25 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। राजस्थान इस बार सवा पांच करोड़ से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे। राज्‍य की 200 विधानसभा सीटों में 34 अनुसूचित जाति, 25 अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं, वहीं 141 सीटें सामान्य वर्ग के लिए हैं।

यह भी पढ़ेंः- MP Assembly Election 2023: दिग्विजय सिंह का बड़ा दावा, अखिलेश यादव…