पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने त्योहारों के सीजन को देखते हुए मौजूदा कोविड पाबंदियों में 30 सितंबर तक जारी रखने के आदेश दिए हैं और सभी तरह के सम्मेलनों में लोगों की संख्या 300 तय कर दी है। इसके साथ ही मास्क पहनने और सामाजिक दूरी बनाकर रखने के भी आदेश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने समूह प्रबंधकों, राजनैतिक पक्षों समेत, के लिए यह जरूरी करार दिया है कि उनकी तरफ से यह यकीनी बनाया जाये कि त्योहारों से संबंधित समागमों के मौके पर लगाए जाने वाले खाने के स्टालों आदि में तैनात स्टाफ, मैनेजमेंट और शिरक्त करने वालों ने पूर्ण तौर पर टीकाकरण कराया हो या कम से कम एक टीका लगवाया हो।
सख्ती से लागू करें पाबंदियां:
त्योहारों को देखते हुए लगातार चौकसी रखने का न्योता देते हुए मुख्यमंत्री ने समूह राजनीतिक पार्टियों को इस संबंध में मिसाल पेश करने के लिए कहा और इसके साथ ही डीजीपी को निर्देश दिए कि पाबंदियों की पालना प्रत्येक द्वारा यकीनी बनाई जाए। डीजीपी दिनकर गुप्ता ने इस मौके पर कहा कि कोविड के मामलों की घटती संख्या के मद्देनजर लोग मास्क पहनने के मामले में लापरवाह हो रहे हैं और इस संबंधी स्वास्थ्य विभाग को पुलिस की मदद से कोविड पाबंदियां सख्ती से लागू करवानी चाहिए। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मुख्य सचिव विनी महाजन को निर्देश दिए कि हरेक जिले में पुलिस और प्रशासन के साथ संयुक्त फ्लाइंग स्कवायड कायम करके रेस्टोरेंट और मैरिज पैलेस में सख्ती से पाबंदियां लागू करवाना यकीनी बनाया जाए।
आंगनबाड़ी केंद्र खोलने की तैयारी के निर्देश :
एक उच्च स्तरीय कोविड समीक्षा की वर्चुअल तौर पर अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री ने सामाजिक सुरक्षा विभाग को इसी महीने आंगनवाड़ी केंद्र खोलने की तैयारी करने के लिए कहा जिससे पंजाब ऐसा करने वाला पहला राज्य बन गया है। इन केंद्रों का खुलना स्टाफ के टीकाकरण और अन्य दिशा निर्देशों पर निर्भर करेगा जो कि स्वास्थ्य विभाग के साथ साझा तौर पर तय किए जाएंगे।
कोविड टेस्टिंग समर्थता बढ़ाई जाएगी:
मुख्यमंत्री ने यह भी आदेश दिए कि टेस्टिंग सामर्थ्य में विस्तार करते हुए इसको मौजूदा 45 हजार प्रति दिन से बढ़ा कर कम से कम 50 हजार प्रति दिन किया जाए जिससे कोविड की तीसरी संभावित लहर संबंधी पहले से ही तैयारियां की जा सके