इंडिया न्यूज़, BGMI Ban in India: बैटलग्राउंड मोबाइल इंडिया (बीजीएमआई) को पिछले हफ्ते भारत में Google Play और Apple ऐप स्टोर से बैन कर दिया गया था। अब इस पर कंपनी की और से बड़ा बयान सामने आया है। हालांकि क्राफ्टन ने अभी तक यह आधिकारिक रूप से स्पष्ट नहीं किया है की उनकी गेम को किस कारण रिमूव किया गया है, ऐसा प्रतीत होता है कि प्रतिबंध एक सरकारी आदेश के बाद किया गया था, जिसके बारे में हाल ही में Google प्रवक्ता ने बताया था।
इस कारण हुआ गेम बैन
मीडिया की एक रिपोर्ट में यह भी दावा किया जा रहा है कि बीजीएमआई को सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 69 ए के तहत बैन किया गया है। केंद्र सरकार ने उसी धारा के तहत पुराने वर्ज़न , PUBG मोबाइल पर प्रतिबंध लगा दिया था। एक नई रिपोर्ट में अब दावा किया गया है कि क्राफ्टन इंडिया के सीईओ सीन ह्यूनिल सोहन ने बीजीएमआई के “प्रतिबंध” पर एक बयान जारी किया है।
कड़ी मेहनत कर रही है कंपनी
शॉन ह्यूनिल सोहन का बयान भारत के निर्यात समुदाय के साथ आंतरिक रूप से साझा किया गया था। बयान की एक कॉपी ग्लोबल एस्पोर्ट्स के मालिक रुशिंद्र सिन्हा ने ट्विटर पर साझा की है। पोस्ट में कहा गया है कि कंपनी “संबंधित अधिकारियों के साथ संवाद करने और मुद्दों को हल करने” के लिए “कड़ी मेहनत” कर रही है।
क्राफ्टन इंडिया के सीईओ ने जारी किया बयान
क्राफ्टन इंडिया के सीईओ के बयान में कहा गया है, हम हमेशा भारत में सभी कानूनों और विनियमों का अनुपालन करते रहे हैं, जिसमें डेटा संरक्षण कानून और नियम शामिल हैं, और उनका पालन करना जारी रखेंगे। यदि सब सही रहा तो जल्द ही हमें गेम दोबारा देखने को मिल सकती है। पर इस बार लगता है नियमो में बड़े बदलाव होंगे।
कई एप्प्स हो चुके हैं बैन
मीडिया की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि PUBG मोबाइल की तरह ही BGMI को भी सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 69A के तहत ब्लॉक कर दिया गया है। यह अधिनियम सरकार को “देश की संप्रभुता और अखंडता” के हित में किसी भी सामग्री तक पहुंच को प्रतिबंधित करने का अधिकार देता है। कई चीनी ऐप, जिनमें TikTok, ShareIt, CamScan, WeChat, और भी बहुत सी एप्प इसी अधिनियम के चलते देश में बैन कर दिया गया था।
लखनऊ में हत्या है गेम बैन की वजह?
लखनऊ में एक हत्या के मामले के बाद कई सांसदों ने बीजीएमआई और अन्य एक्शन गेम्स के बच्चों पर मानसिक प्रभाव पर भी सवाल उठाया है। जिसके बाद इसके बैन की मांग उठने लगी। वहीं इससे पहले इसे हटाने के समय, क्राफ्टन ने इंडिया न्यूज़ के साथ एक बयान साझा किया था, जिसमें कहा गया था, “हम स्पष्ट कर रहे हैं कि Google Play स्टोर और ऐप स्टोर से BGMI को कैसे हटाया गया और विशिष्ट जानकारी मिलने के बाद हम आपको बताएंगे।