India News (इंडिया न्यूज़),Makar Sankranti 2024: मकर संक्रांति का पर्व 15 जनवरी को रवि योग के शुभ संयोग में मनाया जाएगा। सूर्य इस दिन सुबह 8 बजकर 42 मिनट पर मकर राशि में प्रवेश करेंगे। इसके चलते मकर संक्रांति का त्योहार पूरे दिन मनाया जाएगा। मकर संक्रांति पर शतभिषा नक्षत्र के साथ रवि योग का संयोग रहेगा।
इस दिन से समाप्त होगा खरमास
इस दिन श्रद्धालु गंगा स्नान करेंगे, सूर्य देव की पूजा करेंगे, दान करेंगे और अपनी, अपने परिवार और समाज की समृद्धि के लिए प्रार्थना करेंगे। सूर्य के मकर राशि में प्रवेश के साथ ही खरमास भी समाप्त हो जाएगा। इसके बाद मांगलिक कार्य शुरू हो जाएंगे।
ज्योतिषियों के मुताबिक, मकर संक्रांति 2025 और 2026 में 14 जनवरी और 2027 और 2028 में 15 जनवरी को मनाई जाएगी।
शुभ माना जाता है सूर्य देव को अर्घ्य देना
ज्योतिषाचार्य आचार्य पंडित राकेश झा ने बताया कि मकर संक्रांति के दिन गंगा स्नान और सूर्य देव को अर्घ्य देने से परिवार में समृद्धि बनी रहती है। अच्छे स्वास्थ्य से यश और कीर्ति मिलती है। इस दिन गंगा स्नान का विशेष महत्व है।
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जरूरतमंदों को करें दान
इस दिन जरूरतमंदों के लिए दान और धार्मिक कार्य करने से कई गुना फल मिलता है। भगवान सूर्य शनिदेव के पिता हैं। सूर्य और शनि दोनों ही शक्तिशाली ग्रह हैं। ऐसे में जब सूर्य देव मकर राशि में प्रवेश करते हैं तो शनि की प्रिय वस्तुओं का दान करने से भक्तों पर सूर्य की कृपा बरसती है। साथ ही मान-सम्मान में वृद्धि होती है।
मकर संक्रांति के दिन तिल से बनी चीजों का दान करने से घर-परिवार पर शनिदेव की विशेष कृपा बनी रहती है। वहीं तिल भगवान विष्णु को अत्यंत प्रिय है। तिल का दान करने और खिचड़ी का सेवन करने से शुभ फल मिलता है। ठंड के मौसम में तिल और गुड़ का सेवन फायदेमंद होता है।
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