India News (इंडिया न्यूज़) Panipat News: सामूहिक दुष्कर्म के दरिंदों के खिलाफ पुलिस द्वारा किए गए सफल कार्रवाई का खुलासा हो गया है। एसपी अजीत सिंह शेखावत ने मंगलवार को प्रेस वार्ता के माध्यम से घटना के विवरण को साझा किया।

सामूहिक दुष्कर्म के पीछे एक बड़ी गैंग का हाथ

घटना के अनुसार, इस सामूहिक दुष्कर्म के पीछे एक बड़ी गैंग है, जिसमें आरोपी बदल बदलकर वारदातों को अंजाम देते थे। इसके बावजूद, पुलिस ने तीन आरोपी – जयभगवान, सोनू, और नवीन को दीवाना रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया है, हालांकि मास्टरमाइंड अब भी फरार है। आरोपियों के पास दो देसी कट्टे, चाकू और लाठी डंडे थे, जिन्हें पुलिस ने बरामद किया है। इन आरोपियों को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया गया है।पुलिस को मिली जानकारी के अनुसार, आरोपी जो पानीपत की बतरा कॉलोनी में किराए के मकान में रहता था। इन आरोपियों में कोई भी आरोपी स्थानीय नहीं था, सभी यूपी के निवासी थे।

वारदात के दौरान आरोपी मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं करते थे। जिस भी डेरे पर वारदात मो अंजाम देते थे पहले डेरे पर रहने वालों के फोन के सिम निकालते थे फिर वारदात को अंजाम देते थे। इन आरोपियों ने खेतों में चोरी की वारदातों को पहले अंजाम दिया था, लेकिन अब महिलाओं को निशाना बना लिया था। वारदात को अंजाम देने के बाद सभी आरोपी 10 दिन तक यूपी में अलग अलग जगह छुप कर रह रहे थे।

800 पुलिसकर्मियों की मेहनत

एसपी ने बताया कि वारदात के पास पुलिस के पास कोई भी चुनाव नहीं था 800 पुलिसकर्मियों की मेहनत के बाद सिर्फ एक सीसीटीवी फुटेज हाथ लगी थी 450 घंटे की सीसीटीवी फुटेज में मात्र एक 10 सेकंड का वीडियो बाइक सवार 4 युवक बाइक पर जाते दिखाई।दिए। बस उसी वीडियो के आधार पर उसे इलाके की में किराए की मकान की तलाश ली गई आखिरकार बत्रा कॉलोनी में इन युवकों के बारे में कुछ जानकारी मिली इसके बाद से पुलिस आरोपियों की तलाश में लगी थी।

पुलिस को मिली जानकारी

कल इनफॉर्मरो से सूचना मिली कि पुलिस जिन आरोपियों की पुलिस तलाश कर रही है वह रेलवे लाइन के पास घूमते दिखाई दिए हैं। पुलिस रेलवे लाइन दीवाना के पास जब आरोपियों की तलाश में गई तो आरोपी पुलिस को देखकर भागने की कोशिश करने लगे। भागने की कोशिश में उन्होंने जैसे ही पूल से छलांग लगाई तो एक आरोपी की टांग टूट गई और तीनो आरोपियों को काबू कर लिया गया था।

अन्य 3 आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर

वही एसपी ने बताया कि आरोपी जिन किराए के मकान में रहते थे उन मकान मालिकों से पूछताछ पहले भी की जा चुकी है और अब भी की जाएगी। उन्होंने बताया कि फरार मास्टरमाइंड मई में मुजफ्फरनगर जेल से बाहर आया था जिसके बाद नया ग्रुप बनाकर हरियाणा में वारदातों को अंजाम देने लगे। आरोपी एक दूसरे से जेल में मिले थे और आरोपियों ने जेल में ही ग्रुप बनाकर वारदात की साजिश रची थी। एसपी ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि आरोपी पहले दिन में बाइक पर रेकी करते थे और रात को वारदात को अंजाम देते थे। उन्होंने बताया कि पकड़े गए आरोपियों में जयभगवान दुराचार करने में शामिल था बाकी 2 रेकी करने में शामिल थे वही वारदात में शामिल अन्य 3 आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं।

 

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