नई दिल्ली। Railway returned lost toy in train: बच्चे और खिलौने के रिश्ते को हम सभी अच्छी तरह से जानते हैं। जब कभी मजाक से उसका खिलौना लेने की कोई कोशिश करता है तो बच्चे को रोते सकेंड नहीं लगते। वाकया ट्रेन की है। एक बच्चे का खिलौना खेलने के क्रम में ट्रेन में छूट गया। पास बैठे पैसेंजर ने बच्चे का खिलौना छूटने पर मायूस हो गए और उन्होंने इसे वापस बच्चे को वापस करने का सोचा।

पास बैठे पैसेंजर बच्चे का खिलौना छूटने पर हुए मायूस

बगल में बैठे पैसेंजर ने बताया कि वह उस बच्चे को घंटों उस खिलौने से खेलते देखा। एक बार मैने लेने की कोशिश की लेकिन उनसे वह उसे जकड़ कर पकड़ लेता। जब उसका खिलौना ट्रेन पर छूट गया तो मुझे उस बच्चे का चेहरा भावुक कर रहा था। जिसके बाद मैने इस खिलौने को उसे लौटाने की सोची। रेलवे हेल्प लाइन नंबर 139 पर इसकी जानकारी दी।

जिसके बाद रेलवे प्रशासन की ओर से खिलौने को उस बच्चे तक पहुंचाने का प्रयास किया गया। रेलवे टीम ने परिवार के घर का पता लगाने के लिए जांच पड़ताल शुरू की और सिकंदराबाद के टिकट आरक्षण केंद्र से यात्रियों का पता और अन्य जानकारी जुटाई गई। काफी खोजबीन के बाद रेलवे की टीम को अदनान के घर का पता मिल गया। इसके बाद रेलवे ने अलुआबारी स्टेशन से 20 किमी दूर स्थित अदनान के घर पर उसका खिलौना वापस पहुंचा दिया। 

खिलौना पाकर बच्चे के पिता हुए भावुक

अदनान के पिता खिलौना को वापस पाकर भावुक हो गए। उन्होंने इसके लिए रेलवे और साथी पैसेंजर को धन्यवाद किया।

खिलौना मिलने के बाद क्या बोले पास बैठे पैसेंजर

उन्होंने कहा मैने सोचा कि अगर यह खिलौना बच्चे तक नहीं पहुंचा, तो वह बहुत रोएगा। मुझे यह सोचकर खुशी होती है कि खिलौना फिर से अदनान के पास पहुंच गया है। अगर मैंने इसे ट्रेन में छोड़ दिया होता तो मेरे मन को शांति नहीं मिलती।