India News (इंडिया न्यूज), Bageshwar Dham: मध्य प्रदेश के छतरपुर स्थित बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने वृंदावन में संत प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा पर उठे विवाद पर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि पूर्व समय में राक्षस ही धार्मिक अनुष्ठानों में बाधा डालते थे। इंसान कभी पूजा-पाठ पर आपत्ति नहीं करता। जो लोग संत की पदयात्रा से परेशान हो रहे हैं, वे इंसान हो ही नहीं सकते। बाबा ने स्पष्ट कहा कि जिन्हें तकलीफ है, वे वृंदावन छोड़कर कहीं और चले जाएं। वृंदावन में तो केवल “राधे-राधे” गूंजेगा। उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो वे खुद वृंदावन जाकर संत प्रेमानंद महाराज से यात्रा फिर से शुरू करने का अनुरोध करेंगे।

Mahakaleshwar Temple: भस्मारती में बाबा महाकाल का आकर्षक श्रृंगार, भक्त हुए मंत्रमुग्ध

गरीब कन्याओं का सामूहिक विवाह

महाशिवरात्रि के अवसर पर 26 फरवरी को बागेश्वर धाम में 251 गरीब बेटियों का सामूहिक विवाह संपन्न होगा। बाबा धीरेंद्र शास्त्री ने बताया कि उनकी टीम ने 1,000 आवेदनों की जांच के बाद 251 निर्धन बेटियों का चयन किया है। इनमें मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और ओडिशा की गरीब आदिवासी बेटियां शामिल हैं। बाबा का उद्देश्य निर्धन कन्याओं का विवाह कराना है ताकि हमारी बेटियां दूसरे धर्मों में जाने से बच सकें। बाबा धीरेंद्र शास्त्री स्वयं इन सभी कन्याओं को आशीर्वाद और उपहार देंगे।

कैंसर हॉस्पिटल का भूमि पूजन

बाबा धीरेंद्र शास्त्री ने बताया कि 23 फरवरी को बागेश्वर धाम में कैंसर हॉस्पिटल का भूमि पूजन होगा। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आने की भी संभावना है। बाबा ने कहा कि प्रशासनिक तैयारियां चल रही हैं। प्रधानमंत्री का दौरा तय है, बस लेटर जारी होते ही यह पूरी तरह पुष्टि हो जाएगी। बाबा बागेश्वर धाम सेवा कार्यों और धार्मिक कार्यक्रमों के माध्यम से समाज को एक नई दिशा देने का प्रयास कर रहे हैं। उनके इस सामूहिक विवाह और कैंसर हॉस्पिटल निर्माण जैसे कार्यों से लोगों में उत्साह और श्रद्धा का माहौल है।

छत्तीसगढ़ के आयुष्मान योजना में गड़बड़ी करने वाले 28 निजी अस्पतालों पर बड़ी कार्रवाई, लाइसेंस हुए रद्द