India News (इंडिया न्यूज), Bhopal Metro: मध्य प्रदेश में भोपाल की जनता के लिए मेट्रो का सफर अब जल्द ही हकीकत बनने जा रहा है। भोपाल मेट्रो के पहले चरण में जुलाई 2025 तक सुभाष नगर से एम्स के बीच आठ स्टेशनों पर मेट्रो सेवाएं शुरू करने की योजना है। इस रूट की कुल लंबाई 7 किलोमीटर होगी, जिसे एलिवेटेड कॉरिडोर के रूप में विकसित किया जा रहा है। रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पर मेट्रो स्टेशन और रेलवे स्टेशन को जोड़ने के लिए 700 मीटर लंबा स्काईवॉक बनाया जाएगा, जिससे यात्रियों को मेट्रो तक सीधी पहुंच मिलेगी।

ऑरेंज और ब्लू लाइन के रूट

भोपाल मेट्रो परियोजना में दो प्रमुख लाइनें बनाई जा रही हैं।
ऑरेंज लाइन- करोंद से एम्स तक, जिसमें कुल 16 स्टेशन होंगे।
ब्लू लाइन- भदभदा से रत्नागिरी चौराहा तक, जिसमें 14 स्टेशन होंगे।

दोनों रूट के लिए सुभाष नगर में कॉमन डिपो बनाया जाएगा। शुरू में ऑरेंज लाइन पर 14 ट्रेन सेट और ब्लू लाइन पर 13 ट्रेन सेट चलाए जाएंगे। शुरुआती संचालन तीन कारों वाली ट्रेनों से होगा, जिसे भविष्य में छह कारों तक बढ़ाया जाएगा।

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आधुनिक सुविधाएं और पर्यावरण-फ्रेंडली स्टेशन

भोपाल मेट्रो स्टेशनों को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस किया जा रहा है। विकलांगजन के लिए विशेष सुविधाएं, सौर ऊर्जा से बिजली आपूर्ति, एलईडी लाइटिंग, वेस्ट वॉटर ट्रीटमेंट और प्लास्टिक फ्री अभियान स्टेशनों का हिस्सा होंगे। इसके अलावा, हर स्टेशन पर एटीएम, फूड कोर्ट, बस सेवा, ई-रिक्शा और पब्लिक बाइक शेयरिंग जैसी सुविधाएं उपलब्ध होंगी।

यात्रियों को मिलने वाले फायदे

भोपाल मेट्रो शुरू होने से रोजाना लगभग 2.2 लाख लोग इसका इस्तेमाल करेंगे। इससे शहर में ट्रैफिक का दबाव कम होगा, वायु और ध्वनि प्रदूषण में कमी आएगी। जनता को सुरक्षित, आरामदायक और किफायती यात्रा का अनुभव मिलेगा। इसके साथ ही यात्रा का समय भी कम होगा। भोपाल मेट्रो परियोजना की कुल लागत लगभग 7,000 करोड़ रुपये है। निर्माण कार्य की प्रगति की नियमित समीक्षा की जा रही है ताकि तय समय में परियोजना को पूरा किया जा सके। आने वाले समय में यह मेट्रो शहर के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

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