IT के हाथ लगी ‘काली डायरी’
India News (इंडिया न्यूज), MP News: मध्य प्रदेश के पूर्व RTO कांस्टेबल सौरभ शर्मा के मामले में हर दिन नए चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। आयकर विभाग (IT) की टीम को सौरभ की एक डायरी हाथ लगी है, जिसने पूरे परिवहन विभाग को हिला कर रख दिया है। इस डायरी में 52 जिलों के RTO और 23 चेक पोस्ट से वसूली गई रकम का पूरा हिसाब-किताब लिखा है। सूत्रों के अनुसार, डायरी में यह भी दर्ज है कि सौरभ परिवहन विभाग में तबादलों की दरें तय करता था। तत्कालीन परिवहन मंत्री के करीबी माने जाने वाले संजय के जरिए ये तबादले करवाए जाते थे। इस डायरी ने विभाग में वर्षों से चल रही इस ‘काली अर्थव्यवस्था’ की परतें खोल दी हैं।
किसके आदेश पर होती थी बोली?
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर भी इस मामले में राजनीतिक दबाव डालने के आरोप लगे हैं। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने खुलासा किया कि कैसे नाकों की बोली लगती थी और अधिकतम बोली लगाने वाले को चेक पोस्ट दिया जाता था। वहीं, सौरभ शर्मा इस पैसे को बांटने में प्रमुख भूमिका निभाता था।
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ED ने मां और पत्नी को भेजा समन
ED ने सौरभ और उसके सहयोगी चेतन शर्मा के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया है। लोकायुक्त ने भी तीन सदस्यीय विशेष टीम गठित की है और सौरभ की मां और पत्नी को समन भेजा है। DRI भी सौरभ के कार से मिले सोने की जांच में जुटी है अब सवाल है, क्या इस भ्रष्टाचार की गहराई में और बड़े नाम सामने आएंगे? जांच जारी है।