India News (इंडिया न्यूज),Big ED raid in Gwalior: मुरार थाना क्षेत्र की CP कॉलोनी में शुक्रवार सुबह 5 बजे से शुरू हुई ED की रेड ने शहर में हड़कंप मचा दिया। रिटायर्ड सीनियर सब-रजिस्ट्रार केके अरोरा के घर हुई इस छापेमारी में अधिकारियों को सोने की एक अनोखी मूर्ति और 50 से अधिक प्रॉपर्टी की रजिस्ट्रियां मिलीं। ED की यह कार्रवाई परिवहन विभाग के धन कुबेर कहे जाने वाले फरार आरक्षक सौरभ शर्मा और उनके मौसेरे जीजा विनय हासवानी के काले कारनामों की परतें खोलने के लिए की गई थी। हासवानी के भोपाल स्थित फार्महाउस से 54 किलो सोना और 11 करोड़ कैश की बरामदगी के बाद से जांच का दायरा अरोरा तक पहुंचा।
Big ED raid in Gwalior
रेड के दौरान सोने की मूर्ति का वेल्युएशन करने के लिए सराफा बाजार से एक्सपर्ट बुलाए गए। यह मूर्ति और बरामद संपत्तियों ने अरोरा के खिलाफ जांच को और गंभीर बना दिया है। शनिवार दोपहर घर लौटे केके अरोरा ने मीडिया से दूरी बनाए रखी लेकिन पड़ोसियों से चर्चा में कहा, “मेरा काम बिल्कुल साफ है। मैं अपने पार्टनर विनय हासवानी के कारण फंस गया हूं।”
रेड के दौरान अरोरा घर में नहीं थे
ED की टीम ने शुक्रवार सुबह 5 बजे से रात 11:20 तक छानबीन की। इस दौरान अरोरा बेंगलुरु में अपने बेटे रजत के पास थे उनकी गैरमौजूदगी में रेड उनके दो बहनोई और किरायेदारों की निगरानी में हुई। ED को जांच में पता चला कि जिस जमीन पर लावारिस इनोवा गाड़ी खड़ी मिली थी, वह केके अरोरा की पत्नी कमलेश अरोरा के नाम पर है। इसके साथ ही, फरार विनय हासवानी अरोरा के बिजनेस पार्टनर हैं। यह रेड अरोरा के साथ-साथ पूरे ग्वालियर में चर्चा का विषय बन गई है।