India News (इंडिया न्यूज), MP Politics: मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में राज्यमंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल और कलेक्टर अरुण विश्वकर्मा के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है। बता दें, मामला अवैध शराब की बिक्री से जुड़ा बताया जा रहा है, लेकिन इसके पीछे राजनीतिक रणनीति भी देखी जा रही है।

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राज्यमंत्री का सोशल मीडिया पोस्ट बना विवाद की वजह

जानकारी के अनुसार, राज्यमंत्री नरेंद्र पटेल ने हाल ही में सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा की, जिसमें उन्होंने प्रशासन को अवैध शराब के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश देने की बात कही। उन्होंने जनता से अपील की कि *अगर किसी के पास कोई शिकायत है तो वे उन्हें सीधे वॉट्सऐप पर भेज सकते हैं।
ऐसे में, इस पोस्ट के बाद *प्रशासन और मंत्री के बीच मतभेद खुलकर सामने आ गए। अधिकारियों का कहना है कि जो बातें आपसी बातचीत में हल हो सकती थीं, उन्हें सार्वजनिक करने की जरूरत नहीं थी।

पुराना पैटर्न दोहरा रहे हैं मंत्री?

बताया गया है कि, यह पहली बार नहीं है जब राज्यमंत्री नरेंद्र पटेल ने प्रशासन पर सवाल उठाए हों। इससे पहले भी वे कई बार लोकप्रियता पाने और जनता को अपनी ओर करने के लिए ऐसे मुद्दे उठाते रहे हैं। नवंबर में उन्होंने बाड़ी-बरेली टोल प्लाजा पर खुद जाकर ओवरलोड डंपर रुकवाए थे। उन्होंने यह भी कहा था कि *प्रशासन की लापरवाही के कारण क्षेत्र में अवैध गतिविधियां बढ़ रही हैं। इस मामले में विश्लेषकों का मानना है कि राज्यमंत्री नरेंद्र पटेल इस मुद्दे के जरिए जनता में प्रशासन के खिलाफ आक्रोश भड़काना चाहते हैं।

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