India News (इंडिया न्यूज),Chhatarpur-Panna Highway: छतरपुर जिले के बमीठा क्षेत्र में यूरिया खाद की भारी कमी ने किसानों को सड़क पर उतरने पर मजबूर कर दिया। यूरिया की नई रैक आने के बाद भी किसान जरूरत का खाद हासिल नहीं कर सके। बमीठा वेयरहाउस को 258 टन यूरिया खाद उपलब्ध कराया गया था, लेकिन इसकी पर्याप्त आपूर्ति नहीं हो सकी।

खाद पाने की उम्मीद में टोकन लेकर खड़े रहे किसान

बता दें कि सुबह सात बजे से ठंड में भूखे-प्यासे एक हजार से अधिक किसान टोकन लेकर खाद पाने की उम्मीद में लाइन में खड़े रहे। शाम ढलने तक केवल 130 किसानों को ही खाद मिल सका, जिससे बाकी किसान नाराज हो गए और नेशनल हाइवे पर चक्काजाम कर दिया।

Pithampur Bachao Samiti: यूनियन कार्बाइड के जहरीले कचरे को लेकर पीथमपुर बचाव समिति ने दिया धरना, राष्ट्रपति को सौंपा ज्ञापन

भ्रष्टाचार और कालाबाजारी का आरोप

किसानों ने आरोप लगाया कि वेयरहाउस में यूरिया की सप्लाई में भ्रष्टाचार और कालाबाजारी हो रही है। किसान रामलखन पटेल ने बताया कि दिनभर लाइन में खड़े रहने के बावजूद उन्हें खाद की एक भी बोरी नहीं मिली। वहीं, किसान भानु प्रताप सिंह ने कहा कि दुकानदार और परिचितों को 20-30 बोरियां दे दी जा रही हैं, जबकि असली जरूरतमंद किसान खाली हाथ लौट रहे हैं। किसानों ने आरोप लगाया कि दुकानदार महंगे दामों पर खाद बेच रहे हैं, जिससे उनकी परेशानी और बढ़ गई है।

नायाब तहसीलदार ने किया मामला शांत

प्रदर्शन के चलते करीब एक घंटे तक हाइवे पर वाहनों की आवाजाही ठप रही। मामले की जानकारी मिलने पर नायाब तहसीलदार प्रतीक रजक मौके पर पहुंचे और किसानों को समझाकर स्थिति को संभाला। उन्होंने आश्वासन दिया कि खाद का वितरण लाइन से और पारदर्शी तरीके से किया जाएगा। इसके बाद ही किसानों ने चक्काजाम खत्म किया। यूरिया खाद की कमी से जूझ रहे किसानों ने सरकार और प्रशासन से इस समस्या का समाधान निकालने की मांग की है।

Ex Home Minister Bhupendra Singh: सदन की परंपराओं पर पूर्व गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने जताई नाराजगी, बोले- ‘सदन में टूट रही है…’