India News (इंडिया न्यूज), Tehsildar became Patwari: मध्य प्रदेश के आगर-मालवा जिले में एक अनोखा मामला सामने आया है, जहां नायब तहसीलदार को डिमोशन कर पटवारी बना दिया गया है। ऐसा मामला बहुत ही कम सुनने को मिलता है, क्योंकि आमतौर पर प्रमोशन की खबरें अधिक चर्चा में रहती हैं। आगर-मालवा के बड़ागांव में पदस्थ नायब तहसीलदार अरुण चंद्रवंशी को उज्जैन में पटवारी के पद पर ट्रांसफर कर दिया गया है। यह कदम प्रदेश शासन के आदेश के अनुसार लिया गया, जिसे जिले के कलेक्टर राघवेंद्र सिंह ने अमल में लाया। बताया जा रहा है कि राजस्व विभाग से आए आदेश के तहत यह कार्रवाई की गई।
क्यों हुआ डिमोशन
सूत्रों के मुताबिक, नायब तहसीलदार अरुण चंद्रवंशी लोकायुक्त की जांच में दोषी पाए गए थे, जिसके चलते उनका डिमोशन किया गया है। हालांकि, इस पर कोई आधिकारिक बयान अभी तक सामने नहीं आया है। इस कार्रवाई के बाद जिले भर में यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है। पहले भी इस तरह के कुछ मामलों की खबरें आई थीं, लेकिन यह मामला खास इसलिए बन गया है क्योंकि ट्रांसफर के साथ-साथ डिमोशन भी किया गया है।
तहसीलदार से फिर बने पटवारी
डिमोशन और ट्रांसफर के बाद अरुण चंद्रवंशी अब एक बार फिर से पटवारी कहलाएंगे। यह कदम विभागीय अनुशासन और लोकायुक्त जांच के नतीजे के आधार पर लिया गया है। जिले के प्रशासनिक हलकों में इस मामले को लेकर चर्चाओं का दौर तेज हो गया है। ऐसे मामलों से यह साफ संकेत मिलता है कि राज्य प्रशासन अपने अधिकारियों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रख रहा है। यह घटना प्रदेश में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के प्रयासों का उदाहरण मानी जा सकती है।