India News(इंडिया न्यूज) Saurabh Sharma Case Update: पूर्व परिवहन आरक्षक सौरभ शर्मा के अनुकंपा नियुक्ति मामले में एक नया विवाद सामने आया है। RTI कार्यकर्ता एडवोकेट संकेत साहू ने सौरभ और तत्कालीन CMHO पर गंभीर आरोप लगाते हुए लोकायुक्त में शिकायत दर्ज कराई है। संकेत का कहना है कि सौरभ ने अनुकंपा नियुक्ति के आवेदन में परिवार के सदस्यों की जानकारी छिपाई।
भाई की सरकारी नौकरी छिपाई
आरटीआई कार्यकर्ता ने बताया कि सौरभ का बड़ा भाई, सचिन शर्मा, पहले से छत्तीसगढ़ में सरकारी नौकरी में कार्यरत था। लेकिन सौरभ ने इस महत्वपूर्ण तथ्य को अपने आवेदन में जानबूझकर छिपा लिया। इस आवेदन पर सौरभ की मां उमा शर्मा ने सहमति देते हुए हस्ताक्षर किए थे। तत्कालीन CMHO ने इस आवेदन को सत्यापित किया, जिसके बाद सौरभ की नियुक्ति हुई। अब इस मामले में सौरभ और अन्य संबंधित अधिकारियों पर केस दर्ज करने की मांग हो रही है।
ईडी की ग्वालियर में छापेमारी
सौरभ शर्मा की काली कमाई के मामलों की जांच में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को ग्वालियर में बड़ी कार्रवाई की। ईडी ने सौरभ के करीबी रिटायर्ड सीनियर सब रजिस्ट्रार केके अरोड़ा के सीपी कॉलोनी स्थित घर पर छापा मारा। इस दौरान कई अहम दस्तावेज मिलने की बात सामने आई है।
लावारिस गाड़ी से जुड़े तार
भोपाल के मेंडोरी जंगल में मिली लावारिस गाड़ी से 52 किलो सोना और 11 करोड़ रुपये कैश मिलने के मामले में भी सौरभ शर्मा का नाम जोड़ा जा रहा है। जांच में पता चला है कि जिस जमीन पर यह गाड़ी मिली, वह केके अरोड़ा की पत्नी कमलेश की है। इसके अलावा, केके अरोड़ा को सौरभ शर्मा के साथी विनय हासवानी का बिजनेस पार्टनर बताया जा रहा है। ईडी की कार्रवाई से यह मामला और गंभीर हो गया है जांच एजेंसियां अब सौरभ शर्मा और उनके करीबी लोगों पर शिकंजा कस रही हैं। यह मामला भ्रष्टाचार और काली कमाई का बड़ा उदाहरण बनता दिख रहा है।