India News(इंडिया न्यूज),MP News: शुक्रवार शाम हुई तेज बारिश ने मंदसौर कृषि उपज मंडी में किसानों के सपनों पर पानी फेर दिया। बारिश के कारण मंडी में रखी लाखों की लहसुन पानी में बह गई और जो लहसुन बची भी थी, वह खराब होने लगी है। किसानों की चिंता बढ़ गई है, क्योंकि लहसुन के खराब होने से उसके भाव में भारी गिरावट आ गई है। किसानों के अनुसार, जो लहसुन शुक्रवार को ₹22,000 प्रति क्विंटल बिक रही थी, उसके खराब होने के कारण अब भाव घटकर ₹8,000 प्रति क्विंटल तक आने का अनुमान है। किसान ओम प्रकाश पाटीदार ने कहा, “अगर व्यापारी समय पर लहसुन उठा लेते, तो हमें हमारा पूरा भाव मिल जाता।”
मंडी की अव्यवस्थाओं से किसान नाराज
किसानों ने मंडी प्रशासन पर आरोप लगाया है कि पानी की निकासी के लिए सही नालियां नहीं हैं और शेड की संख्या भी पर्याप्त नहीं है। किसान गोपाल पाटीदार ने कहा, “बारिश के दौरान नालियां जाम हो गईं और लहसुन पानी में बह गई। प्रशासन को इस पर ध्यान देना चाहिए।”
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मंडी निरीक्षक ने किसानों पर डाला जिम्मा
मंडी निरीक्षक जगदीश भांभर ने बताया कि मंडी में पहले ही 11 हजार कट्टे लहसुन के आ चुके थे। उन्होंने कहा, “हमने किसानों को मौसम खराब होने की चेतावनी दी थी, लेकिन उन्होंने समय पर अपनी फसल नहीं उठाई। शेड पहले से ही भरे हुए थे, ऐसे में लहसुन के ढेर खुले में रखे गए, जो बारिश में खराब हो गए।”
किसानों का दर्द
बारिश से हुए नुकसान से किसानों के चेहरों पर चिंता की लकीरें साफ देखी जा सकती हैं। लहसुन की खराब स्थिति न सिर्फ उनकी मेहनत पर असर डाल रही है, बल्कि उनकी आर्थिक स्थिति पर भी भारी पड़ रही है। प्रशासन ने किसानों से अपील की है कि वे अपनी फसल मंडी में लाने से पहले मौसम का ध्यान रखें और फसल को सुरक्षित स्थान पर रखें। अचानक हुई बारिश ने मंदसौर के किसानों के लिए बड़ी समस्या खड़ी कर दी है। इस घटना ने प्रशासन और किसानों के बीच बेहतर समन्वय और बेहतर बुनियादी सुविधाओं की आवश्यकता को फिर से उजागर किया है।