India News (इंडिया न्यूज), Gau Sevak Padyatra: देशी गोवंश के संरक्षण और गाय को राष्ट्रीय माता घोषित करने की मांग के साथ तेलंगाना के बालकृष्ण गुरु स्वामी ने कश्मीर से कन्याकुमारी तक एक ऐतिहासिक महापदयात्रा की शुरुआत की है। यह यात्रा 27 सितंबर 2023 को जम्मू के लाल चौक से शुरू हुई और 27 मार्च 2025 तक 4900 किलोमीटर की यात्रा पूरी करेगी। इस दौरान वे 14 राज्यों से गुजरेंगे और यात्रा का समापन तमिलनाडु में होगा।
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देशी गाय किसान की सबसे बड़ी सहायक
बालकृष्ण गुरु स्वामी का कहना है कि यह यात्रा देशवासियों को जागरूक करने के लिए है, विशेष रूप से देशी गोवंश के महत्व के बारे में। उनका मानना है कि देशी गाय किसान की सबसे बड़ी सहायक है। किसान अपनी फसल उगाने में गाय के गोबर, गोमूत्र और बैल की शक्ति का उपयोग करते हैं, जो ना केवल भूमि के लिए बल्कि मानव स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी हैं। अगर हम अपनी भूमि को गाय के गोबर और गोमूत्र से समृद्ध नहीं करेंगे, तो हमारी मिट्टी बंजर हो जाएगी और हमें पोषक तत्वों से भरपूर भोजन नहीं मिलेगा।
गाय के महत्व को समझाना और उसे राष्ट्रीय माता के रूप में करना सम्मानित
स्वामी जी ने यह भी कहा कि आजकल लोग रासायनिक खादों से उगाए गए भोजन का सेवन कर रहे हैं, जिससे उनकी सेहत पर बुरा असर पड़ रहा है और बीमारीयों की संख्या बढ़ रही है। इस यात्रा के माध्यम से वे चाहते हैं कि लोग अपनी कृषि पद्धतियों को बदलें और देशी गोवंश के संरक्षण के लिए प्रयास करें।इस महापदयात्रा का उद्देश्य देशभर में गाय के महत्व को समझाना और उसे राष्ट्रीय माता के रूप में सम्मानित करना है। देशी गोवंश के संरक्षण के लिए इस यात्रा को लेकर लोगों में उत्साह और जागरूकता बढ़ रही है।
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