India News (इंडिया न्यूज), Shivratri 2025: महाशिवरात्रि 2025 से पहले उज्जैन के प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए एक नई सुविधा शुरू होने जा रही है। बता दें, यह देश का पहला ज्योतिर्लिंग मंदिर होगा, जहां भक्तों को QR कोड और मैपिंग सिस्टम की मदद मिलेगी। देखा जाए तो इस सुविधा से श्रद्धालु खुद ही मंदिर की विभिन्न व्यवस्थाओं की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे, जिससे दर्शन आसान और सुविधाजनक हो जाएंगे।
स्थायी और अस्थायी मैपिंग
जानकारी के अनुसार, श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए दो तरह की मैपिंग की व्यवस्था होगी स्थायी और अस्थायी मैपिंग।
1. स्थायी मैपिंग – यह सुविधा पूरे साल उपलब्ध रहेगी, जिससे श्रद्धालु मंदिर परिसर के हर हिस्से की जानकारी आसानी से प्राप्त कर सकेंगे।
2. अस्थायी मैपिंग – इसे महाशिवरात्रि, रक्षाबंधन, श्रावण मास, दीपावली और नए साल जैसे विशेष अवसरों पर लागू किया जाएगा, जब मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ होती है।
बताया गया है कि, इस नई व्यवस्था के तहत, श्रद्धालु मंदिर में लगे QR कोड को स्कैन करके यह जान सकेंगे कि वे कहां खड़े हैं और उन्हें दर्शन के लिए किस दिशा में जाना है। इसके अलावा, QR कोड से उन्हें जूता स्टैंड, क्लॉक रूम, वॉशरूम, लड्डू प्रसाद केंद्र और एग्जिट गेट जैसी महत्वपूर्ण जानकारियां भी मिलेंगी। हर साल लाखों श्रद्धालु महाकालेश्वर मंदिर के दर्शन करने आते हैं, जिससे भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा एक बड़ी चुनौती बन जाती है। इस समस्या को दूर करने के लिए मंदिर प्रशासन QR कोड और डिजिटल मैपिंग सिस्टम को लागू कर रहा है।
महाशिवरात्रि 2025 से पहले तैयारियां पूरी
बता दें, 26 फरवरी 2025 को महाशिवरात्रि के अवसर पर मंदिर में लाखों भक्तों की भीड़ उमड़ने की संभावना है। इसे देखते हुए अस्थायी मैपिंग की व्यवस्था पर तेजी से काम किया जा रहा है। उम्मीद है कि यह नई डिजिटल सुविधा महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं की यात्रा को अधिक सुगम और व्यवस्थित बनाएगी।
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