India News (इंडिया न्यूज),Indore:शहर को भिक्षुक मुक्त बनाने के अभियान को प्रोत्साहन देने के लिए इंदौर नगर निगम के MIC सदस्य और वार्ड 64 के पार्षद मनीष शर्मा ने अनोखी पहल की है। उन्होंने एक शॉर्ट फिल्म में भिखारी का किरदार निभाकर भिक्षावृत्ति खत्म करने और पुनर्वास की प्रक्रिया को समझाने का प्रयास किया है। इस फिल्म में मनीष शर्मा सड़क पर भीख मांगते हुए नजर आते हैं। उनके इस अभिनय का उद्देश्य शहरवासियों को जागरूक करना है कि भीख मांगना और देना, दोनों ही अपराध हैं। फिल्म के माध्यम से यह संदेश दिया गया है कि भिक्षावृत्ति को समाप्त करने के लिए समाज को मिलकर काम करना होगा।
फिल्म की मदद से भिक्षुक मुक्त समाज का संदेश
मनीष शर्मा का कहना है कि इंदौर नगर निगम द्वारा भिक्षुक मुक्त अभियान लंबे समय से जारी है, लेकिन इसके लिए नागरिकों का सहयोग आवश्यक है। उनका मानना है कि भीख मांगने वाले लोगों का पुनर्वास तभी संभव है जब लोग उन्हें भीख देने के बजाय उनकी मदद करने के अन्य तरीके अपनाएं। इस शॉर्ट फिल्म में दिखाया गया है कि भिखारी कैसे अपनी परिस्थितियों में फंसे होते हैं और समाज कैसे उनकी मदद कर सकता है। फिल्म का उद्देश्य न केवल जागरूकता फैलाना है, बल्कि लोगों को प्रेरित करना है कि वे भिक्षावृत्ति को बढ़ावा न दें।
शहरवासियों ने की पार्षद की सरहाना
इंदौर को स्वच्छता के क्षेत्र में लगातार सफलता मिल रही है, और अब यह भिक्षुक मुक्त शहर बनने की दिशा में भी अग्रसर है। इस पहल में पार्षद मनीष शर्मा की यह फिल्म एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। शहरवासियों ने इस पहल की सराहना की है और उम्मीद जताई है कि यह प्रयास भिक्षावृत्ति समाप्त करने और भिखारियों के पुनर्वास में सकारात्मक बदलाव लाएगा।