India News (इंडिया न्यूज),Jabalpur: मध्यप्रदेश के बिजली कंपनियों के मुख्यालय शक्ति भवन में लोकायुक्त पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सोलर एनर्जी विभाग के डिप्टी जनरल मैनेजर (DGM) हिमांशु अग्रवाल को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ लिया। हिमांशु अग्रवाल अपने निजी सहयोगी हिमांशु यादव के ज़रिए नागपुर की एक सोलर पैनल कंपनी से लाइसेंस रिन्यू कराने के नाम पर 30 हज़ार रुपये की रिश्वत ले रहे थे।

कैसे हुआ ट्रैप?

नागपुर की रोशनी सोलर कंसल्टेंसी के मैनेजर विष्णु मोहन लोधी ने लोकायुक्त में शिकायत दर्ज कराई थी कि हिमांशु अग्रवाल ने लाइसेंस रिन्यू करवाने के लिए उनसे 40 हज़ार रुपये की रिश्वत मांगी। सौदेबाजी के बाद यह रकम 30 हज़ार रुपये पर तय हुई। शिकायत के आधार पर लोकायुक्त टीम ने आज कार्यालय में जाल बिछाया और जैसे ही रिश्वत की रकम पहुंचाई गई, टीम ने DGM हिमांशु अग्रवाल और उनके सहयोगी हिमांशु यादव को मौके पर ही पकड़ लिया।

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लोकायुक्त की कार्रवाई जारी

लोकायुक्त की डीएसपी सुरेखा परमार ने बताया कि दोनों आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। फिलहाल शक्ति भवन में दस्तावेज़ों की जांच और अन्य साक्ष्य जुटाने की कार्रवाई चल रही है। शिकायतकर्ता विष्णु लोधी ने बताया, “मुझसे बिना वजह रिश्वत मांगी जा रही थी। मैंने लोकायुक्त में शिकायत की ताकि इस भ्रष्टाचार पर रोक लग सके।” यह कार्रवाई न केवल भ्रष्टाचार के खिलाफ एक सख्त संदेश है, बल्कि सरकारी कार्यालयों में चल रही अनियमितताओं पर भी लगाम लगाने की दिशा में बड़ा कदम है।