India News (इंडिया न्यूज), MP News: मध्य प्रदेश के नीमच जिले से जमीन फर्जीवाड़े का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। 22 बीघा जमीन का सौदा 56 लाख रुपये में कर दिया गया, लेकिन असली मालिक को इसकी भनक तक नहीं लगी। इतना ही नहीं, खरीदार को भी अंधेरे में रखा गया, और जब वह कब्जा लेने पहुंचा तब सच्चाई सामने आई।
कैसे हुआ 56 लाख रुपये का घोटाला?
नीमच के विकासनगर में रहने वाले संजय अग्रवाल को कुछ ठगों ने बताया कि सरवानिया बोर गांव में शिवनारायण नामक व्यक्ति अपनी 22 बीघा जमीन बेचना चाहता है। ठगों ने नकली कागजात, फर्जी आधार कार्ड और यहां तक कि एक नकली शिवनारायण और उसकी पत्नी भी खड़ी कर दी, जिससे संजय को विश्वास हो गया कि सौदा असली है। संजय अग्रवाल ने बिना शक किए 56 लाख रुपये देकर जमीन खरीद ली, लेकिन असली सच्चाई तब सामने आई जब वह जमीन पर कब्जा लेने गया। वहां असली मालिक ने सौदे की जानकारी से इनकार कर दिया और तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
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फर्जीवाड़े का खुलासा और गिरफ्तारी
जैसे ही पुलिस ने जांच शुरू की, पूरे घोटाले का पर्दाफाश हो गया। जांच में पाया गया कि यह पूरा खेल पहले से ही सुनियोजित था, और ठगों ने पूरी चालाकी से संजय अग्रवाल को जाल में फंसाया। पुलिस ने इस मामले में एक महिला सहित 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। यह पहला मामला नहीं है जब नीमच जिले में जमीन के नाम पर बड़ा फर्जीवाड़ा हुआ हो। इससे पहले भी ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं, जहां फर्जी दस्तावेजों के जरिए भोले-भाले लोगों को लाखों का चूना लगाया गया।