India News (इंडिया न्यूज),Mahakal Temple Scam: उज्जैन के विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन के नाम पर ठगी के मामले में पुलिस ने 6 और कर्मचारियों को आरोपी बनाया है। पुलिस की जांच में सामने आया है कि इन कर्मचारियों ने श्रद्धालुओं से बगैर रसीद के पैसे लेकर दर्शन करवाने में भूमिका निभाई थी।

कुछ आरोपियों को हिरासत में लिया गया

एसपी प्रदीप शर्मा ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि नए आरोपियों में महाकाल मंदिर का आईटी सेल प्रभारी राजकुमार सिंह, जिला प्रोटोकॉल प्रभारी अभिषेक भार्गव, सभा मंडप प्रभारी राजेंद्र सिसोदिया, भस्म आरती प्रभारी रितेश शर्मा, और निजी सुरक्षा एजेंसी क्रिस्टल कंपनी के सुपरवाइजर ओम प्रकाश माली व जितेंद्र परमार शामिल हैं। इन आरोपियों में से कुछ को हिरासत में लिया गया है और जांच जारी है।

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क्या है पूरा मामला ?

घटना तब प्रकाश में आई जब उत्तर प्रदेश और गुजरात के श्रद्धालुओं ने बिना रसीद के पैसे लेकर दर्शन कराने की शिकायत की थी। इस मामले में पहले महाकाल मंदिर समिति के दो कर्मचारी राकेश श्रीवास्तव और विनोद चौकसे के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया गया था। दोनों आरोपियों को दो दिन की पुलिस रिमांड पर रखा गया, जहां पूछताछ के दौरान उन्होंने अन्य कर्मचारियों के नाम उजागर किए। जांच में पुलिस को अकाउंट ट्रांजेक्शन और व्हाट्सएप चैट के रूप में कई अहम सबूत मिले हैं, जो इस घोटाले की गहराई को दर्शाते हैं। महाकाल मंदिर समिति के चार और निजी सुरक्षा एजेंसी के दो कर्मचारियों की इस घोटाले में संलिप्तता ने मंदिर प्रशासन और सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। फिलहाल पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है।

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