India News (इंडिया न्यूज), Mahakal Temple Ujjain: शिव भक्तों के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। उज्जैन की भस्म आरती को दलालों से बचाने के लिए मंदिर समिति ने नई प्रक्रिया शुरू की है। इस प्रक्रिया के तहत 3 दिन में बनने वाली भस्म आरती की अनुमति अब एक दिन में ही बनाई जाएगी। इसके अलावा मंदिर समिति ने श्रद्धालुओं को सुविधा देने के लिए और भी कई बड़े कदम उठाए हैं। प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर में भस्म आरती और दर्शन को लेकर दलाली के बड़े रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है।

Delhi Assembly Election 2025:दिल्ली की CM आतिशी को लेकर चुनाव आयोग का बड़ा एक्शन, रोड शो में PWD की गाड़ी इस्तेमाल होने पर FIR दर्ज

14 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज

इसमें मामले में अब तक एक दर्जन लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि कुछ लोग फरार बताए जा रहे हैं। अभी तक महाकाल थाना पुलिस ने पूरे मामले में 14 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। महाकालेश्वर मंदिर समिति के कर्मचारी, सुरक्षाकर्मी और अन्य दलाल भी इसमें शामिल हैं। महाकालेश्वर मंदिर समिति के प्रशासक और उज्जैन के ADM जैन ने बताया कि भस्म आरती में दलाली रोकने के लिए मंदिर समिति ने बड़ा कदम उठाया है।

कन्नौज रेलवे स्टेशन के हादसे के बाद, पूर्वोत्तर रेलवे का सबक; होगी निर्माणाधीन रेलवे स्टेशनों की जांच

मंदिर समिति ने बनाए नए नियम

उन्होंने आगे बताया कि महाकालेश्वर मंदिर समिति ने नए नियम बनाए हैं, जिसके तहत श्रद्धालुओं को शाम 7 बजे नदी गेट से फॉर्म दिए जाएंगे, जिन्हें रात 8 बजे तक जमा करना होगा। इसके बाद मंदिर परिसर में किसी अन्य स्थान से उनका फोटो खींचकर तुरंत अनुमति बना दी जाएगी। यह प्रक्रिया रात 11 बजे तक पूरी हो जाएगी। श्रद्धालुओं को तीन दिन की प्रक्रिया पूरी करने के बाद महाकालेश्वर मंदिर में भस्म आरती करने की अनुमति मिलती थी।

कन्नौज रेलवे स्टेशन के हादसे के बाद, पूर्वोत्तर रेलवे का सबक; होगी निर्माणाधीन रेलवे स्टेशनों की जांच

भस्म आरती में श्रद्धालुओं की सुविधा

महाकालेश्वर मंदिर में होने वाली भस्म आरती में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंदिर समिति ने शुरू से ही एक आवेदन पत्र पर 5 लोगों को अनुमति देने का प्रावधान बनाया है। उज्जैन कलेक्टर ने जानकारी देते हुए बताया कि यह प्रक्रिया भविष्य में भी जारी रहेगी। एक आवेदन से 5 लोग अनुमति ले सकेंगे। महाकालेश्वर मंदिर में होने वाली भस्म आरती के लिए 700 लोगों को ऑनलाइन और ऑफलाइन अनुमति दी जाती।