India News (इंडिया न्यूज), Mahakaleshwar Temple: मध्य प्रदेश में उज्जैन के श्री महाकालेश्वर मंदिर में आज भस्म आरती का दिव्य आयोजन किया गया। इस दौरान बाबा महाकाल को बेल पत्र से विशेष रूप से सजाया गया और रुद्राक्ष की माला अर्पित की गई। भक्तों ने इस मनमोहक दर्शन का आनंद लिया और पूरे मंदिर परिसर में “जय श्री महाकाल” के जयघोष गूंज उठे।

भस्म आरती और विशेष श्रृंगार

फाल्गुन कृष्ण पक्ष की नवमी तिथि पर, शनिवार की सुबह 4 बजे बाबा महाकाल जागे। मंदिर के पुजारी पंडित महेश शर्मा के अनुसार, भगवान वीरभद्र और मानभद्र की आज्ञा के बाद मंदिर के द्वार खोले गए। इसके बाद बाबा महाकाल का गर्म जल, दूध, दही, शहद, घी और शक्कर से पंचामृत अभिषेक किया गया। अभिषेक के बाद भगवान का बेल पत्र और रुद्राक्ष से भव्य श्रृंगार किया गया। इसके पश्चात महानिर्वाणी अखाड़े के साधुओं द्वारा बाबा महाकाल को भस्म रमाई गई और फिर कपूर आरती की गई। हजारों श्रद्धालु इस पावन क्षण के साक्षी बने और बाबा के दिव्य स्वरूप के दर्शन किए।

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बागेश्वर धाम से महाकाल को निमंत्रण

बाबा महाकाल को बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं. धीरेन्द्र शास्त्री की ओर से महाशिवरात्रि पर होने वाले 251 निर्धन कन्याओं के विवाह समारोह का निमंत्रण भेजा गया। धाम के प्रतिनिधि गिरिराज मंदिर पहुंचे और भगवान महाकाल के चरणों में पीले चावल और निमंत्रण पत्र अर्पित किया। भस्म आरती के दौरान श्रद्धालुओं की अपार भीड़ मंदिर में उमड़ी। भक्तों ने धूप, दीप, नैवेद्य और जल अर्पित कर बाबा से आशीर्वाद प्राप्त किया। पूरे परिसर में हर-हर महादेव और जय श्री महाकाल के जयकारों से वातावरण भक्तिमय हो गया।

श्रद्धा और भक्ति का केंद्र

उज्जैन का महाकालेश्वर मंदिर श्रद्धा और भक्ति का केंद्र है। बाबा महाकाल की भस्म आरती देखने के लिए देशभर से श्रद्धालु उमड़ते हैं। महाशिवरात्रि के अवसर पर बागेश्वर धाम द्वारा आयोजित विवाह समारोह भी समाज सेवा का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।

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