India News (इंडिया न्यूज), Mahakaleshwar Temple: मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित श्री महाकालेश्वर मंदिर में आज सुबह भस्म आरती का दिव्य आयोजन हुआ। बाबा महाकाल के दर्शन करने के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी और पूरा मंदिर परिसर “जय महाकाल” के जयकारों से गूंज उठा। इस विशेष अवसर पर भगवान महाकाल का पंचामृत से अभिषेक कर भव्य श्रृंगार किया गया। भांग, बेलपत्र, रुद्राक्ष और फूलों की मालाओं से बाबा का अलौकिक श्रृंगार किया गया, जिसे देखकर श्रद्धालु भाव-विभोर हो गए।
भस्म आरती और विशेष पूजन
आज फाल्गुन शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पर प्रातः 4 बजे भगवान महाकाल जाग्रत हुए। परंपरा के अनुसार, भगवान वीरभद्र और मानभद्र की अनुमति के बाद मंदिर के पट खोले गए। सबसे पहले बाबा महाकाल को गर्म जल से स्नान कराया गया। इसके बाद पंचामृत—दूध, दही, शहद, शक्कर और घी से उनका अभिषेक किया गया। फिर भस्म रमाने की विशेष प्रक्रिया पूरी की गई। भस्म आरती के दौरान मंदिर में दिव्य वातावरण बन गया। भक्तों ने श्रद्धा से भगवान के दर्शन किए और मनोकामनाएं मांगी। पुजारी पंडित महेश शर्मा ने बताया कि इस आरती का विशेष महत्व है और यह अनादि काल से चली आ रही परंपरा है।
अपर मुख्य सचिव ने किए दर्शन
मध्यप्रदेश शासन के अपर मुख्य सचिव नीरज मंडलोई भी उज्जैन प्रवास के दौरान बाबा महाकाल के दर्शन करने पहुंचे। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति की ओर से उपप्रशासक श्रीमती सिम्मी यादव ने उनका स्वागत किया।
भक्तों में भक्ति की उमंग
भस्म आरती के इस पावन आयोजन में हजारों श्रद्धालु शामिल हुए। भक्तों ने बाबा महाकाल की अलौकिक छवि को निहारा और भक्ति भाव से ओतप्रोत हो गए। मंदिर में गूंजते मंत्रों और भजन-कीर्तन ने पूरे वातावरण को भक्तिमय बना दिया। श्री महाकालेश्वर मंदिर की यह भस्म आरती विश्व प्रसिद्ध है और हर दिन लाखों भक्त इसे देखने के लिए आतुर रहते हैं। बाबा महाकाल के आशीर्वाद से सभी भक्तों ने आध्यात्मिक शांति और दिव्यता का अनुभव किया।