India News (इंडिया न्यूज), Mahakaleshwar Temple: मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में वर्ष 2024 की अंतिम भस्म आरती धूमधाम से आयोजित की गई। इस दिन बाबा महाकाल की भस्म आरती में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी, जिन्होंने इस दिव्य अवसर का लाभ लिया। भस्म आरती का आयोजन सुबह चार बजे से शुरू हुआ, जब बाबा महाकाल जागे और मंदिर के पट खोले गए।
महाकाल का विशेष शृंगार
प्रत्येक वर्ष की तरह, इस बार भी महाकालेश्वर मंदिर में भस्म आरती का दृश्य मंत्रमुग्ध करने वाला था। भगवान महाकाल का विशेष शृंगार किया गया था, जिसमें त्रिशूल और डमरू से सजा उनका रूप भक्तों को आर्कषित कर रहा था। इस दौरान भगवान महाकाल का पूजन सामग्री से अलौकिक रूप में श्रृंगार किया गया और फिर पूजन के बाद भस्म का उबटन किया गया।
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दूर-दूर से श्रद्धालु पहुंचे मंदिर
महाकाल के दर्शन के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु मंदिर पहुंचे थे। मंदिर परिसर में ‘जय श्री महाकाल’ के उद्घोष से वातावरण गूंज रहा था। भक्तों का विश्वास था कि इस दिव्य अवसर पर बाबा महाकाल के दर्शन करने से उनके जीवन में सुख-समृद्धि और कल्याण होगा। केंद्रीय राज्य शिक्षा मंत्री अन्नपूर्णा देवी यादव भी इस अवसर पर महाकालेश्वर मंदिर पहुंची और भगवान महाकाल के दर्शन किए। वर्ष के अंतिम दिन इस अद्भुत भस्म आरती में श्रद्धालुओं का उत्साह और बाबा महाकाल के दर्शन ने माहौल को और भी भव्य बना दिया।
पौष माह की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि
पुजारी पंडित महेश शर्मा ने बताया कि पौष माह की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि मंगलवार को महाकाल भगवान की पूजा अर्चना की गई। सबसे पहले बाबा महाकाल को गर्म जल से स्नान कराया गया और पंचामृत अभिषेक किया गया। इसके बाद उन्हें केसरयुक्त जल अर्पित किया गया। इसके बाद महानिर्वाणी अखाड़े के द्वारा भस्म रमाई गई, जिससे बाबा महाकाल का रूप और भी आकर्षक और दिव्य नजर आ रहा था। श्रद्धालुओं ने इस रूप को निहारा और जय श्री महाकाल का उद्घोष किया।
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