India News (इंडिया न्यूज), Mahakaleshwar Temple: मध्य प्रदेश में उज्जैन के विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में सोमवार सुबह भस्म आरती के दौरान बाबा महाकाल का दिव्य स्वरूप देखने को मिला। पौष माह की माघ शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर बाबा महाकाल के त्रिनेत्र के दर्शन कर भक्त भावविभोर हो गए। भस्म आरती सुबह 4 बजे संपन्न हुई। मंदिर के पुजारी पंडित महेश शर्मा ने बताया कि भगवान वीरभद्र और मानभद्र की आज्ञा लेकर मंदिर के पट खोले गए। इसके बाद भगवान महाकाल का पंचामृत से अभिषेक किया गया।

भस्म आरती में त्रिनेत्र स्वरूप

पंचामृत पूजन के बाद बाबा महाकाल को आकर्षक रूप में सजाया गया। त्रिनेत्र स्वरूप में बाबा का भांग और फूलों से विशेष श्रृंगार किया गया। इसके बाद महानिर्वाणी अखाड़े द्वारा भगवान को भस्म अर्पित की गई और कपूर आरती की गई। भस्म आरती के दौरान हजारों भक्तों ने जय श्री महाकाल के जयकारों के बीच बाबा के दिव्य दर्शन किए।

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भक्तों का उत्साह और दान

भक्तों की आस्था और श्रद्धा का आलम यह रहा कि मंदिर प्रबंध समिति को अन्नक्षेत्र और अन्य सेवाओं के लिए भारी दान प्राप्त हुआ। नई दिल्ली से आए भक्त मिथिलेश शर्मा और उनके परिवार ने नि:शुल्क अन्नक्षेत्र के लिए 1 लाख 65 हजार रुपये का दान दिया। समिति की ओर से सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल और प्रभारी मिलिंद वैद्य ने दानदाताओं को रसीद प्रदान कर उनका सम्मान किया। गुजरात के सूरत से आए दीपक भाई पटेल ने पुरोहित नवनीत शर्मा और रूपम शर्मा की प्रेरणा से 1 लाख 1 हजार रुपये दान में दिए। उन्हें भी मंदिर प्रबंध समिति की ओर से विधिवत रसीद और सम्मान प्रदान किया गया।

भक्तों को नि:शुल्क सुविधाएं

श्री महाकालेश्वर मंदिर की व्यवस्थाएं भक्तों के दान से संचालित होती हैं। नि:शुल्क अन्नक्षेत्र, गौशाला और अन्य सेवाओं में समय-समय पर श्रद्धालु अपनी श्रद्धा के अनुसार योगदान देते हैं। महाकाल की भस्म आरती में शामिल होना हर भक्त के लिए सौभाग्य की बात मानी जाती है।

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