India News (इंडिया न्यूज), Mahamrityunjay Rath Yatra: महेश्वर में भगवान शिव के भक्तों द्वारा आयोजित महामृत्युंजय रथ यात्रा एक भव्य आयोजन बन गई है। इस यात्रा में शिवभक्तों का विशाल जनसमूह अपनी श्रद्धा और भक्ति का प्रदर्शन करता हुआ, भगवान शिव के रथ के साथ चल रहा था। यह रथ यात्रा महालक्ष्मी नगर स्थित स्वाध्याय भवन से शुरू होकर पूरे नगर में घूमी। रथ को सुंदर फूलों से सजाया गया था, और उसमें भगवान महामृत्युंजय विराजमान थे। भक्तजन इस रथ के दर्शन करने के लिए सड़कों के दोनों ओर खड़े थे और जय शिव शंकर के उद्घोष करते हुए अपनी श्रद्धा अर्पित कर रहे थे।
Mahamrityunjay Rath Yatra
सनातन संस्कृति का प्रचार-प्रसार को बढ़ावा
इस रथ यात्रा का मुख्य उद्देश्य सनातन संस्कृति का प्रचार-प्रसार और लोगों के बीच भक्ति की भावना को जागृत करना है। पिछले 19 वर्षों से यह रथ यात्रा सफलता के साथ आयोजित हो रही है। इसके आयोजक स्वर्गीय डॉ. मनस्वी जी और उनकी टीम ने इस यात्रा को और भी भव्य बना दिया है। इस यात्रा में महेश्वर के अलावा इंदौर, भोपाल, खरगोन, धार, मंडलेश्वर जैसे शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों से हजारों भक्त भाग लेने आते हैं।
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पवित्र घाटों को विशेष रूप से सजाया
महामृत्युंजय रथ यात्रा नगर भ्रमण करते हुए जब नर्मदा तट पर पहुंची, तब वहां का दृश्य अत्यंत आकर्षक था। गोधूलि बेला में नर्मदा के पवित्र घाटों को विशेष रूप से सजाया गया था, जहां महाआरती का आयोजन किया गया। हजारों भक्तों ने काकड़ बाती लेकर भगवान शिव और मां नर्मदा की आरती की। नर्मदा तट पर यह दृश्य अत्यंत भव्य और दिव्य था।
रथ यात्रा का समापन महाप्रसादी के साथ
महामृत्युंजय रथ यात्रा का समापन महाप्रसादी के साथ हुआ, जिसमें भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया। यह यात्रा एक अद्वितीय भक्ति अनुभव था, जिसने नगरवासियों को शिव भक्ति में रंग दिया।
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