India News(इंडिया न्यूज),MP News: मध्य प्रदेश के रीवा जिले में एक अजीबो-गरीब घटना सामने आई है, जहां भाजपा के पूर्व विधायक श्यामलाल द्विवेदी ने मच्छरदानी के सहारे तेंदुए को पकड़ने का अनोखा प्रयास किया। जी हां, आपने सही पढ़ा – मच्छरदानी और तेंदुआ! रीवा में पिछले कुछ दिनों से तेंदुए के आतंक से लोग परेशान थे।5 लोगों पर हमले के बाद, जिनमें 2 की हालत गंभीर बताई गई, पूर्व विधायक द्विवेदी ने खुद कमान संभाल ली। प्रशासन की नाकामी पर नाराजगी जताते हुए, उन्होंने मच्छरदानी उठाई और कुछ समर्थकों को साथ लिया और खेतों की ओर चल पड़े। सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में द्विवेदी और उनका समूह मच्छरदानी लिए खेतों में बहादुरी से घूमते नजर आ रहे हैं। ऐसा लग रहा था जैसे वे मच्छरों के आतंक को खत्म करने निकले हों, लेकिन असल में वे तेंदुए को पकड़ने की तैयारी कर रहे थे।
‘मिशन मच्छरदानी’ की शुरुआत क्यों?
द्विवेदी ने बताया, “पिछले 3 दिनों में पुलिस और वन विभाग तेंदुए को पकड़ने में नाकाम रहे। मैंने सोचा, जब मच्छरों को मच्छरदानी में कैद कर सकते हैं, तो तेंदुआ क्यों नहीं?” हालांकि, यह प्रयोग सिर्फ बहादुरी नहीं, बल्कि थोड़ा हास्य और हिम्मत का शानदार मिश्रण था। पूर्व विधायक ने प्रशासन पर निशाना साधते हुए कहा, “लोग तेंदुए के डर से घर से बाहर नहीं निकल रहे। अगर प्रशासन कुछ नहीं कर सकता, तो हम तो कोशिश कर सकते हैं।” उन्होंने आगे कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो वह खुद जंगल में तंबू गाड़कर डेरा डाल देंगे।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं
वीडियो वायरल होने के बाद लोग सोशल मीडिया पर मजेदार टिप्पणियां कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, “द्विवेदी जी को ‘मिशन मच्छरदानी’ के लिए एक्शन फिल्म का ऑफर मिलना चाहिए।” वहीं, कुछ ने उनकी हिम्मत की तारीफ की और प्रशासन की सुस्ती पर सवाल उठाए। हालांकि तेंदुआ फिलहाल पकड़ में नहीं आया, लेकिन द्विवेदी की इस ‘मच्छरदानी रणनीति’ ने लोगों के चेहरे पर मुस्कान जरूर ला दी। अब देखना यह है कि यह तेंदुआ मच्छरदानी में फंसता है या प्रशासन के जाल में।