India News(इंडिया न्यूज),MP 7 Elephant Deaths: मध्य प्रदेश के उमरिया स्थित बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 13 जंगली हाथियों के झुंड में से सात हाथियों की मौत ने वन विभाग में खलबली मचा दी है। बीते दो दिनों में चार हाथियों की मौत कल हुई, जबकि आज तीन हाथियों ने दम तोड़ दिया। इसके साथ ही, दो हाथियों की हालत गंभीर बनी हुई है, जिनका इलाज जारी है। वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी घटना स्थल पर पहुंचकर इस रहस्यमयी घटना की जांच में जुटे हैं, जबकि पूरे क्षेत्र में सतर्कता बरती जा रही है।

जहर दिए जाने की संभावना

संयुक्त संचालक पीके वर्मा ने बयान में कहा है कि शुरुआती जांच में हाथियों को जहर दिए जाने की संभावना जताई जा रही है। हालांकि, उन्होंने कहा कि असली वजह का खुलासा जांच पूरी होने पर ही हो सकेगा। वहीं, अनुमान लगाया जा रहा है कि बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के आसपास के गांवों में धान की फसल को कीटों से बचाने के लिए किए गए रासायनिक कीटनाशक के छिड़काव से हाथियों के शरीर में विषाक्त पदार्थ पहुंचा हो सकता है।

NCB Delhi Police Raid: ग्रेटर नोएडा में NCB की बड़ी कार्रवाई, 10 करोड़ की मेथमफेटामाइन ड्रग्स फैक्ट्री का भंडाफोड़

वन विभाग और ग्रामीणों की बढ़ती चिंताएं

वन विभाग ने पिछले कुछ वर्षों में राज्य के अन्य हिस्सों से बांधवगढ़ पहुंचने वाले हाथियों की सुरक्षा और ग्रामीणों के साथ संभावित संघर्ष को ध्यान में रखते हुए कई प्रयास किए हैं। यहां लगभग 70 से 80 जंगली हाथियों के झुंड हैं जो अलग-अलग क्षेत्रों में घूमते रहते हैं। वन विभाग हाथियों को गांवों और फसलों से दूर रखने के लिए सुरक्षा के इंतजाम करता है, लेकिन गाहे-बगाहे ये हाथी फसलों को नुकसान पहुंचा देते हैं। अब तक हुई सात हाथियों की मौत से पूरे विभाग में चिंता का माहौल है, और सभी अधिकारियों की प्राथमिकता घायल हाथियों का उपचार करना है।

Ban On Firecrackers: पटाखा बैन से नाराज़ बागेश्वर धाम के पंडित धीरेन्द्र शास्त्री, बोले– ‘हिंदू त्योहारों पर…’