India News (इंडिया न्यूज), MP Board: मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा से बोर्ड परीक्षा के पेपर बेचने वाले एक आरोपी को साइबर क्राइम विंग ने गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान दीपांशु कोरी के रूप में हुई है, जो खुद नीट की तैयारी कर रहा था। उसने यूट्यूब और टेलीग्राम ग्रुप से प्रेरित होकर यह ठगी शुरू की थी। आरोपी ने लगभग 150 छात्रों से 2 लाख रुपये तक की ठगी की थी।

कैसे करता था ठगी?

दीपांशु कोरी सोशल मीडिया के जरिए छात्रों को बोर्ड परीक्षा के कथित पेपर लीक होने की जानकारी देता था। वह पेपर के बदले 500 रुपये तक की रकम वसूलता था। छात्र जल्द अच्छे नंबर पाने के लालच में उसके झांसे में आ जाते थे और ऑनलाइन पेमेंट कर देते थे। लेकिन असल में उन्हें कोई असली पेपर नहीं मिलता था। इस मामले में एक अन्य आरोपी को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। जांच में पता चला कि दोनों मिलकर यह गिरोह चला रहे थे और कई छात्रों को धोखा दे चुके थे।

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साइबर क्राइम विंग की कार्रवाई

 

शिकायत मिलने के बाद साइबर क्राइम विंग ने मामले की जांच शुरू की। तकनीकी जांच के आधार पर पुलिस ने दीपांशु को छिंदवाड़ा से गिरफ्तार कर लिया। एडीजी क्राइम ब्रांच शैलेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है और उसके नेटवर्क की भी जांच की जा रही है। इस तरह की घटनाओं से साफ है कि परीक्षा के दौरान कई ठग सक्रिय हो जाते हैं। छात्रों को किसी भी तरह के लीक पेपर के झांसे में नहीं आना चाहिए और सही तरीके से पढ़ाई पर ध्यान देना चाहिए।

इस तरह की ठगी आम

बोर्ड परीक्षाओं के दौरान इस तरह की ठगी आम होती जा रही है। पुलिस की सतर्कता से एक बड़ा फर्जीवाड़ा उजागर हुआ है। छात्रों और अभिभावकों को जागरूक रहना चाहिए और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत पुलिस को सूचना देनी चाहिए।

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