India News (इंडिया न्यूज), MP Crime: मध्य प्रदेश के दमोह जिले से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। जबेरा तहसील के बनवार गांव के 75 वर्षीय बुजुर्ग चमन लाल रैकवार ने राष्ट्रपति से इच्छामृत्यु की गुहार लगाई है। अपनी पत्नी के साथ कलेक्टर ऑफिस पहुंचे चमन लाल ने लिखित आवेदन देकर जीवन समाप्त करने की अनुमति मांगी। उन्होंने इसके पीछे बहू द्वारा किए जा रहे अत्याचार और प्रताड़ना को कारण बताया।

 

बेटे की मौत के बाद बढ़ी परेशानियां

चमन लाल ने बताया कि उनके बेटे जयंत की शादी 16 साल पहले अनीता नाम की महिला से हुई थी। शादी के कुछ साल बाद, 2009 में जयंत की मौत तालाब में डूबने से हो गई। बेटे की मृत्यु के बाद बहू अनीता अपने मायके चली गई और दमोह में अपनी मां के साथ रहने लगी। जाने से पहले वह अपने सास-ससुर के करीब दो लाख रुपये के गहने भी ले गई।

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पैसों की मांग और धमकी

बहू अनीता ने मायके जाने के कुछ समय बाद चमन लाल और उनकी पत्नी से पैसों की मांग शुरू कर दी। जब बुजुर्ग दंपत्ति ने पैसे देने में असमर्थता जताई, तो बहू ने उन्हें जेल भेजने की धमकी दी। चमन लाल ने बताया कि वह इस उम्र में मजदूरी भी नहीं कर सकते, और उनके पास बहू की मांग पूरी करने के लिए पैसे नहीं हैं।

जीने की इच्छा खो चुके हैं बुजुर्ग

चमन लाल ने कहा कि बहू की प्रताड़ना और गरीबी के कारण उनका जीवन असहनीय हो गया है। उन्होंने कलेक्टर को दिए आवेदन में लिखा, “अब जीना मुश्किल हो गया है। बहू को लाखों रुपये कहां से लाकर दूं? ऐसी हालत में मुझे मरने की अनुमति दी जाए।” यह मामला न केवल बुजुर्गों की स्थिति पर सवाल उठाता है, बल्कि समाज में रिश्तों की बदलती परिभाषा को भी उजागर करता है।

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