India News (इंडिया न्यूज), MP Crime: मध्य प्रदेश के देवास जिले में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां सोनकच्छ के पूर्व भाजपा विधायक सुरेंद्र वर्मा के बेटे प्रमोद वर्मा ने पत्नी द्वारा प्रताड़ित किए जाने से तंग आकर आत्महत्या की कोशिश की। उन्होंने जहर खा लिया, जिसके बाद उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया और फिर इंदौर रेफर किया गया।
शादी के बाद से ही विवाद
प्रमोद वर्मा की शादी 2009 में हुई थी। शादी के एक साल बाद से ही पति-पत्नी के बीच विवाद शुरू हो गया था। पत्नी ने दो बार महिला थाने में उनके परिवार के खिलाफ शिकायत भी दर्ज कराई थी। मामला कोर्ट तक पहुंचा, लेकिन समाज के लोगों के हस्तक्षेप के बाद समझौता हो गया। समझौते के बावजूद पत्नी प्रमोद पर इंदौर में रहने का दबाव बना रही थी, लेकिन वे इसके लिए तैयार नहीं थे। पिता सुरेंद्र वर्मा ने विवाद को देखते हुए उन्हें देवास में एक अलग मकान दिलवा दिया, लेकिन वहां भी झगड़े जारी रहे।
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सुसाइड नोट में लगाए गंभीर आरोप
प्रमोद वर्मा के पास से चार पन्नों का सुसाइड नोट मिला, जिसमें उन्होंने अपनी पत्नी, सास और सालों पर प्रताड़ित करने के गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने अपने माता-पिता से माफी मांगते हुए लिखा कि वे एक अच्छे बेटे, भाई और पिता नहीं बन सके। उन्होंने नोट में लिखा, “कभी शादी मत करना, यह जरूरी नहीं है।” उन्होंने सरकार की बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि इस वजह से कई घर उजड़ चुके हैं।
परिवार और समाज में शोक
प्रमोद वर्मा की आत्महत्या की कोशिश से उनका परिवार सदमे में है। उनके पिता ने बताया कि उन्होंने हमेशा अपने बेटे की खुशी के लिए हर संभव प्रयास किया, लेकिन घर का विवाद खत्म नहीं हुआ। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है और सुसाइड नोट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है।