India News (इंडिया न्यूज), MP Flyover: मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर में बन रहे राज्य के सबसे बड़े फ्लाईओवर में दरारें पड़ने का मामला सामने आया है। यह फ्लाईओवर मदन महल चौक से दमोह नाका तक बनने वाले 800 करोड़ रुपये की लागत से निर्माणाधीन है। हालांकि, फ्लाईओवर का एक हिस्सा कुछ महीने पहले ही जनता के लिए खोला गया था, अब उस हिस्से में दरारें आ गई हैं, जिससे बड़ी चिंता जताई जा रही है।

भोपाल से एक विशेषज्ञ टीम पहुंची जबलपुर

फ्लाईओवर में आई दरारों का निरीक्षण करने के लिए भोपाल से एक विशेषज्ञ टीम जबलपुर पहुंची। टीम ने बताया कि यह दरारें एक्सपेंशन जॉइंट के गैप के कारण आई हैं। इसके बावजूद इस दरार से संबंधित तकनीकी जांच की आवश्यकता बताई जा रही है ताकि पानी घुसने या अन्य समस्याओं की संभावना को नकारा जा सके। फिलहाल फ्लाईओवर के स्ट्रक्चर में कोई गंभीर गड़बड़ी नहीं पाई गई है, लेकिन निर्माण और डिजाइन की भी गहन जांच की जाएगी।

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भ्रष्टाचार की नई इबारतें

उमंग सिंघार, जो प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष हैं, ने इस मामले पर गंभीर आपत्ति जताई है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करते हुए प्रदेश सरकार को घेरते हुए कहा कि मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचार की नई इबारतें लिखी जा रही हैं। उनके अनुसार, फ्लाईओवर का घटिया निर्माण सरकार की अकर्मण्यता और लापरवाही का प्रमाण है।

PWD ने बनाई जांच समिति

लोक निर्माण विभाग (PWD) ने इस मामले में जांच के लिए एक समिति बनाई है और इसके मुख्य अभियंता पर कार्रवाई की भी खबरें आई हैं। फ्लाईओवर की जांच के बाद, दरारों को ठीक करने के लिए थर्मल पेंट, डामर और थीनल का उपयोग किया जाएगा। मध्य प्रदेश में निर्माण कार्यों की गुणवत्ता और पारदर्शिता पर गंभीर सवाल खड़े कर रहा है, खासकर जब इतने बड़े पैमाने पर सार्वजनिक पैसे खर्च किए जा रहे हों।

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