India News (इंडिया न्यूज),MP Indore News: इंदौर की ऐतिहासिक किंग एडवर्ड मेडिकल बिल्डिंग में जैन सोशल ग्रुप द्वारा आयोजित हैलोवीन पार्टी पर जमकर विवाद हो गया है। इस आयोजन के दौरान इमारत को प्रेतबाधित थीम में बदल दिया गया, जिसमें कंकाल, खून से लथपथ फव्वारे और ‘ओ स्त्री कल आना’ जैसे स्लोगन लिखे गए थे। मेडिकल समुदाय ने इस पार्टी पर कड़ी आपत्ति जताई है।
यह हमें स्वीकार नहीं
मंगलवार को मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन (एमटीए) और एमजीएम एलुमनाई एसोसिएशन के डॉक्टरों ने इमारत में गंगाजल का छिड़काव कर शुद्धिकरण किया। डॉक्टरों का कहना है कि इस ऐतिहासिक स्थल का उपयोग इस प्रकार से करना निंदनीय है। एमटीए के अध्यक्ष डॉ. राहुल रोकड़े ने कहा कि आयोजकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जानी चाहिए, क्योंकि उन्होंने इमारत को अपमानित किया है। वहीं, एमटीए के सचिव डॉ. अशोक ठाकुर ने कहा कि इस धरोहर का उपयोग किसी भी प्रकार के निजी आयोजन के लिए नहीं होना चाहिए।
फूटी बोतलें और स्लोगन देखकर डॉक्टर हुए हैरान
विरोध करने पहुंचे डॉक्टर जब इमारत के अंदर गए तो वहां टूटी हुई बोतलें और दीवारों पर लिखे स्लोगन देखकर चौंक गए। डॉक्टरों ने इस पूरे मामले को स्मारक और चिकित्सा समुदाय का अपमान बताया। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि इमारत की पवित्रता बनाए रखने के लिए सख्त कदम उठाए जाएं।
इजाजत देने वालों पर उठे सवाल
सूत्रों के अनुसार, एमजीएम मेडिकल कॉलेज के भवन प्रभारी गोपाल राणे ने जैन सोशल ग्रुप को इस आयोजन के लिए अनुमति दिलाने में अहम भूमिका निभाई। राणे की तस्वीरें भी वायरल हो रही हैं, जिसमें वह केईएम बिल्डिंग में पार्टी की तैयारियों के दौरान नजर आ रहे हैं। जब उनसे संपर्क किया गया तो उनका फोन बंद था। हालांकि, प्रोफेसर डॉ. अमरजीत सिंह छाबड़ा, जिनका नाम भी सामने आया है, ने किसी भी प्रकार की संलिप्तता से इनकार किया। यह मामला अब शहर में चर्चा का विषय बन गया है, और लोग हैरान हैं कि इस तरह के आयोजन को इंदौर की ऐतिहासिक धरोहर में अनुमति कैसे दी गई।
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