India News (इंडिया न्यूज), MP News: डबरा भितरवार मार्ग पर संचालित हो रहे मध्य प्रदेश सड़क विकास निगम के टोल प्लाजा पर अनिमित्तओं का दौर जारी है। आलम यह है कि टोल पर न ही CCTV हैं न ही वाहनों से फास्ट्रेक के द्वारा वसूली की जा रही है। जो मूलभूत सुविधाएं टोल प्लाजा पर दी जाती हैं। उनका भी साफ तौर से अभाव देखने को मिलता है। टोल प्लाजा पर कहीं पर भी वाहनों से वसूली का शुल्क दर निर्धारण बोर्ड नहीं है, जिससे कर्मचारी मन मर्जी का पैसा वाहनों से वसूल करते हैं।

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टोल प्लाजा पर फैली अनियमिता

बता दे कि पहले यह टोल प्लाजा विकास निगम ने ठेके पर दिया था, लेकिन ठेकेदार का ठेका अवधि समाप्त हो जाने के चलते अब विकास निगम खुद ही कर्मचारियों से जो की डेली बेसिस पर लगा रखे हैं वसूलियां करवा रहा है। वहीं पर सड़क विकास निगम के टोल पर फैली अनियमितताओं के विषय में जब टोल प्रभारी सड़क विकास निगम विमल उपाध्याय से जानकारी लेना चाहिए। तो उन्होंने सवालों के गोलमोल जवाब दिए। उपाध्याय खुद ही जानकारी दुरुस्त नहीं थी, कभी विमल उपाध्याय यह कहते नजर आए के विभाग ने ही कर्मचारियों को टोल पर तैनात किया हुआ है।

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टोल प्लाजा पर अवैध वसूली

उपाध्याय कहते नजर आए कि उन्होंने जो लोग टोल पर लगा रखे हैं उन्हें कंसल्टेंसी के थ्रू लिया गया है। उनके इंश्योरेंस और पुलिस वेरिफिकेशन भी कंसल्टेंसी के पास ही होंगे, तो वहीं पर टोल प्रभारी विमल उपाध्याय टोल पर पहले अन्य अनियमिताओं को दुरुस्त करने की बात कहते हुए नजर आए हैं। अधिकारियों द्वारा की जा रही गोल-मोल बातों से तो साफ नजर आता है कि यह टोल कहीं न कहीं विभाग के लिए अवैध वसूली का अड्डा भी बना हुआ है, जिस पर वरिष्ट अधिकारियो का कोई ध्यान नहीं है।